उत्तर बंगाल के दार्जिंलिंग, डुआर्स, सिलीगुड़ी, जलपाईगुड़ी आदि इन पहाड़ी इलाकों में पूरे साल भारी संख्या में देश व विदेश के पर्यटक आते हैं। एक ओर जहां इनमें भारी संख्या में घुमक्कड़ पर्यटक होते हैं। वहीं आज कल पहाड़ों और जंगलों में एडवेंचर करने वाले पर्यटकों में भी बढ़ोतरी हुई है।
– डेढ करोड़ की लागत से तैयार हो रहा है ट्रेकिंग रूट:
पर्यटन विभाग ग्रीष्म काल शुरू होने से पूर्व ऑनलाइन बुकिंग चालू करने में जुटा हुआ है। इसके लिए वन विभाग की ओर से डेढ़ करोड़ की लागत से बैकुंठ पुर फॉरेस्ट, नेउरावैली नेशनल पार्क, जल्दापाड़ा राष्ट्रीय उद्यान, सेंचल अभयारण्य और बक्शा बाघ पुर्नवास केंद्र में ट्रेकिंग रूट तैयार किया जा रहा है। पर्यटक अपनी पसंद के हिसाब से इनमें से किसी भी रूट को अपने एडवेंचरस ट्रेकिंग के लिए बुक कर सकेंगे। पर्यटकों को विभाग की ओर से ही उनका ट्रेकिंग नक्शा व एक गाईड दे दिया जाएगा, जो पूरे ट्रेकिंग के दौरान पर्यटकों के साथ रहेगा। उल्लेखनीय है कि पर्यटन विभाग व वन विभाग को उम्मीद है कि इस योजना से राज्य को आर्थिक रूप से फायदा होगा ही, साथ ही उत्तर बंगाल की लोकप्रियता भी बढेगी।