—14 अगस्त को अपलोड होगा वीडियो
आरिफुद्दीन यूट्यूब चैनल द फंकी एक्सप्रेस चलाता है और स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पहले शाम को वह अपने चैनल में इस वीडियो को अपलोड करेगा। यह यूट्यूब चैनल आरिफ और उसका सहयोगी सुजाउददौला मिलकर चलाते हैं। आरिफ ने कहा कि उसने आखिरकार यहीं महसूस किया कि लोगों में पाकिस्तानी नागरिकों को लेकर कोई शत्रुता नहीं है। इस फैसले को बड़े पैमाने पर समर्थन मिला। उसने बताया कि कई लोग शुरू में पास आने से कतरा रहे थे। कुछ लोग आए और गले मिलकर पूछे कि मैं कहां से हूं, जिस पर मेरा जवाब लाहौर होता था। वहीं कुछ लोग ऐसे भी थे, जो मदद करने के मकसद से विस्तृत जानकारी मांगने लगे। ऐसे लोगों से उसने अपने मकसद के बारे में बता दिया। आरिफुद्दीन ने बताया कि उसके लिए यह वाकई मजेदार अनुभव रहा। थप्पड़ पडऩे, पुलिस को बुलाए जाने जैसी स्थितियों के लिए भी पूरी तरह तैयार था, हालांकि ऐसी किसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ा। उसने कहा कि इस प्रयोग का मकसद दोनों देशों के नागरिकों को केवल यह समझाना था कि राजनीतिक परिस्थितियां चाहे जो भी हो, आपस में प्यार बना रहना चाहिए।
आरिफुद्दीन यूट्यूब चैनल द फंकी एक्सप्रेस चलाता है और स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पहले शाम को वह अपने चैनल में इस वीडियो को अपलोड करेगा। यह यूट्यूब चैनल आरिफ और उसका सहयोगी सुजाउददौला मिलकर चलाते हैं। आरिफ ने कहा कि उसने आखिरकार यहीं महसूस किया कि लोगों में पाकिस्तानी नागरिकों को लेकर कोई शत्रुता नहीं है। इस फैसले को बड़े पैमाने पर समर्थन मिला। उसने बताया कि कई लोग शुरू में पास आने से कतरा रहे थे। कुछ लोग आए और गले मिलकर पूछे कि मैं कहां से हूं, जिस पर मेरा जवाब लाहौर होता था। वहीं कुछ लोग ऐसे भी थे, जो मदद करने के मकसद से विस्तृत जानकारी मांगने लगे। ऐसे लोगों से उसने अपने मकसद के बारे में बता दिया। आरिफुद्दीन ने बताया कि उसके लिए यह वाकई मजेदार अनुभव रहा। थप्पड़ पडऩे, पुलिस को बुलाए जाने जैसी स्थितियों के लिए भी पूरी तरह तैयार था, हालांकि ऐसी किसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ा। उसने कहा कि इस प्रयोग का मकसद दोनों देशों के नागरिकों को केवल यह समझाना था कि राजनीतिक परिस्थितियां चाहे जो भी हो, आपस में प्यार बना रहना चाहिए।