इसकी जानकारी देते हुए मेयर परिषद के सदस्य स्वपन समादार ने बताया कि निगम इस बारे में इससे जुड़ी कई निजी संस्थाओं से बात कर रही है। निजी संस्थाओं के इस कार्य के लिए सामने आते ही मेयर के पास यह प्रस्ताव रखा जाएगा। मेयर की अनुमति मिलते ही इसे अधिवेशन में पेश किया जाएगा।
उनके अनुसार महानगर में लगभग 350 से 400 निगम संचालित पेय एंड यूज टॉयलेट हैं। निगम इन सभी शौचालयों में महिलाओं के हित के लिए रखने पर विचार कर रहा है। हालांकि यह सुविधा नि:शुल्क या शुल्क लेकर मुहैया कराई जाएगी, इस बारे में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है।