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उत्तर प्रदेश में हिंसा फैलाने वाली पीएफआई के पोस्टरों में तृणमूल सांसद का नाम

locationकोलकाताPublished: Jan 02, 2020 05:16:55 pm

Submitted by:

Paritosh Dube

नागरिकता संशोधन विधेयक (CAB) के खिलाफ 5 जनवरी को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई ) ने रैली और सभा करने की योजना बनाई है। कार्यक्रम के प्रचार के लिए तैयार किए गए पोस्टरों में तृणमूल कांग्रेस (Trinmool Congress) के सांसद का नाम वक्ता के तौर पर शामिल किया गया है। जिसे लेकर विवाद शुरू हो गया है।

उत्तर प्रदेश में हिंसा फैलाने वाली पीएफआई के पोस्टरों में तृणमूल सांसद का नाम

उत्तर प्रदेश में हिंसा फैलाने वाली पीएफआई के पोस्टरों में तृणमूल सांसद का नाम

कोलकाता.

नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा के बाद पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की भूमिका की गहन पड़ताल जारी है। इस बीच पश्चिम बंगाल में पीएफआई की ओर से 5 जनवरी को मुर्शिदाबाद में सीएए के खिलाफ रैली निकाले जाने का प्रचार किया जा रहा है। जिसमें तृणमूल कांग्रेस के सांसद के शामिल होने की बात कही जा रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक संगठन की ओर से सीएए व एनआरसी के खिलाफ आयोजित सभा के प्रचार के पोस्टर में तृणमूल सांसद अबु ताहेर खान का नाम शामिल है। हालांकि सांसद अबु ताहेर खान ऐसे किसी कार्यक्रम की जानकारी होने से इंकार कर रहे हैं। ताहेर ने कहा कि उन्हें पोस्टरों में उनका नाम दिए जाने का पता नहीं है। यदि आयोजकों ने उनका नाम उल्लेख किया है तो वे क्या कर सकते हैं। सांसद का स्पष्टीकरण उस समय सामने आया है जब पीएफआई के हसीबुल इस्लाम ने यह दावा किया कि तृणमूल सांसद आंदोलन का हिस्सा बनेंगे। हसीबुल ने कहा था कि हमने 5 जनवरी को नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन की घोषणा की है। जिसमें सांसद अबु ताहेर खान हिस्सा लेंगे। बताया यह भी जाता है कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन(AIMIM) पीएफआई (PFI) के साथ मिलकर मुर्शिदाबाद में सीएए विरोधी कार्यक्रम कर सकती है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार जिला पुलिस ने अब तक पीएफआई के कार्यक्रम को मंजूरी नहीं दी है।
सुरक्षा एजेंसियां रख रही हैं पीएफआई पर नजर
उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा में पीएफआई की भूमिका की जांच पड़ताल शुरू होने के बाद देश भर में संगठन की गतिविधियों पर कड़ाई से निगरानी रखी जा रही है। मुर्शिदाबाद में सीएए विरोधी आंदोलन हिंसक हो गया था। लालगोला समेत कई रेलवे स्टेशनों पर बड़े पैमाने पर तोडफ़ोड़ की गई थी। कई खाली ट्रेनों को फूंक दिया गया था।
गृह मंत्रालय के पास गई है रिपोर्ट
बताया जाता है कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय के पास इस बात की रिपोर्ट आई है कि पीएफआई प्रतिबंधित संगठन सिमी के साथ मिलकर देशभर में हिंसक आंदोलन करने की तैयारी में है। सीएए विरोधी आंदोलन की आड़ में अतिवादी संगठनों के स्लीपर सेल सक्रिय किए जा रहे हैं।

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