पीएम नरेन्द्र मोदी, बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कवि रवीन्द्रनाथ टैगोर और कवि काजी नजरूल के नाम से स्थापित दो विश्वविद्यालय
तिस्ता जल बंटवारे पर नहीं होगी ममता-हसीना की बात
कोलकाता पश्चिम बंगाल के शान्तिनिकेतन में 25 मई को प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी , मुख्यमंत्री
ममता बनर्जी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुलाकात होगी। तीनों नेता शान्तिनिकेतन स्थित विश्व भारती विश्वविद्यालय में बांग्लादेश भवन के नाम से रवीन्द्रनाथ टैगोर संग्रहालय के उद्घाटन में हिस्सा लेंगे। भारत और बांग्लादेश के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। दोनों देशों के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार टैगोर संग्रहालय के उद्घाटन के बाद तीनों नेता दोनों देशों में प्रसिद्ध दो बांग्ला कवि रवीन्द्रनाथ टैगोर और कवि काजी नजरूल के नाम से स्थापित दो विश्वविद्यालयों का मुआयना भी करेंगे। हालांकि इस दौरान शेख हसीना और ममता बनर्जी के बीच तिस्ता नदी जल बंटवारे के मुद्दे पर औपचारिक बातचीत होने की कोई खबर नहीं है। इस दौरान नरेन्द्र मोदी और शेख हसीना के बीच रोहिंग्या संकट के मुद्दे पर भी औपचारिक बातचीत की योजना नहीं है।
भारत के एक आला अधिकारी ने बताया कि तीस्ता जल बंटवारे के मुद्दे पर ममता बनर्जी और शेख हसीना की औपचारिक बैठक होने के बारे में अभी बातचीत की जा रही है। लेकिन उन्होंने यह पुष्टि की कि दोनों काजी नजरूल विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे, जहां हसीना को डीलिट की उपाधि से नवाजा जाएगा। बांग्लादेश के अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान प्रधानमंत्री हसीना और प्रधानमंत्री मोदी, दोनों विश्व भारती विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेंगे, लेकिन उनके बीच तिस्ता जल बंटवारे पर औपचारिक बातचीत होने की अब तक योजना नहीं है। मोदी ने पिछले दिनों लंदन में कॉमनवेल्थ समिट के दौरान हसीना से अलग से मुलाकात की थी। शेख हसीना भी पिछले महीन अवामी लीग के प्रतिनिधि दल के साथ भारत दौरे पर आई थी और प्रधानमंत्री मोदी के अलावा भाजपा के नेताओं से मुलाकात की थी। लेकिन उस दौरान भी मोदी और हसीना के बीच ममता बनर्जी के विरोध के कारण लम्बे समय से लंबित भारत-बांग्लादेश के बीच तीस्ता जल बटवारे के बारे में बात नहीं हो पाई। बांग्लादेश और भारत में वर्ष 1983 में तीस्ता तोरसा नदी का जल बटवारे का सिलसिला शुरू हुआ।