रैलियों व जुलूसों का दिन: सत्ता और विपक्ष उतरा सड़क पर शहर के बड़े हिस्से में रही ट्रैफिक जाम की स्थिति कोलकाता में बुधवार का दिन रैलियों का रहा है। महानगर की सड़कों पर दिन भर राजनीतिक दंगल हुआ। धरना, रैली और जुलूस को लेकर होड़ सी दिखाई दी। इससे उत्तर से लेकर सेंट्रल और दक्षिण कोलकाता के बड़े हिस्से में ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो गई। लोगों को गर्मी के मौसम में परेशानी का सामना करना पड़ा। राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस, भाजपा और वाम मोर्चा-कांग्रेस ने जुलूस निकाला, धरना दिया और एक दूसरे पर आरोप लगाए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दो दिवसीय धरना शुरू किया तो भाजपा ने भ्रष्टाचार और राज्य की बिगड़ी कानून-व्यवस्था के खिलाफ श्यामबाजार में धरना दिया। दूसरी ओर वाम मोर्चा-कांग्रेस ने तृणमूल और भाजपा के खिलाफ जुलूस निकाला। --भाजपा वाशिंग मशीन: काले कपड़े डाले, सफेद निकाले- ममता का भ्रष्टाचार के आरोपों वाले नेताओं पर तंजकोलकाता. सीएम ममता बनर्जी धरना मंच पर भाजपा वाशिंग मशीन दिखाई। इस मशीन के जरिए भ्रष्टाचार के आरोपों वाले नेताओं के भाजपा में शामिल होने पर उनके दोषमुक्त होने पर तंज कसा गया। मुख्यमंत्री बनर्जी काले कपड़े मशीन में डालते दिख रही हैं और सफेद कपड़े बाहर निकाल रही हैं। ममता ने आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियां विपक्ष के नेताओं को तो परेशान कर रही है, लेकिन भाजपा में शामिल होने वाले किसी नेता के खिलाफ जांच शुरू नहीं कर रही।--तृणमूल-भाजपा के खिलाफ सड़क पर वाममोर्चा व कांग्रेसवाम मोर्चा और कांग्रेस ने राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार के खिलाफ संयुक्त विरोध रैली आयोजित की। कांग्रेस ने राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने को लेकर विरोध जताया। वाम मोर्चा ने सत्तारूढ़ दल के सदस्यों की संलिप्तता वाले कथित भ्रष्टाचार का विरोध किया। रैली में माकपा के अलावा भाकपा, आरएसपी और फॉरवर्ड ब्लॉक के समर्थक अच्छी संख्या में मौजूद थे। वाम मोर्चा के अध्यक्ष विमान बोस, माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम, आरएसपी नेता मनोज भट्टाचार्य, कांग्रेस नेता आशुतोष चटर्जी, कौस्तव बागची और अन्य ने दक्षिण कोलकाता में रामलीला मैदान से पार्क सर्कस तक रैली निकाली। --हर स्तर पर भ्रष्टाचार: विमान बोसबोस ने विरोध प्रदर्शन रैली में शामिल होने के लिए कांग्रेस पार्टी का स्वागत करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार और अन्य मुद्दों के खिलाफ समान विचार रखने वाले किसी भी व्यक्ति की प्रदर्शन में शामिल होने को लेकर सराहना की जाती है। ऊपर से लेकर पंचायतों तक हर स्तर पर जो भ्रष्टाचार हुआ, हमने उसके विरोध में प्रदर्शन किया। सलीम ने कहा कि जो लोग तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के खिलाफ हैं उन्होंने रैली में भाग लिया।--तृणमूल सरकार भ्रष्ट: शुभेंदु नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि तृणमूल सरकार पूरे देश में सबसे अधिक भ्रष्ट सरकार है। मैंने राज्य की हर एक योजना में भ्रष्टाचार से संबंधित पत्र पीएम मोदी को लिखा है। केंद्र ने बंगाल के लोगों के हित के लिए करोड़ों रुपए की धनराशि भेजी और राज्य सरकार ने अपनी पार्टी नेताओं की जेब भरी है। इसके खिलाफ कई अन्य जांच होने बाकी है। तृणमूल सरकार अपने शासन के दौरान कोई काम नहीं कर रही बल्कि केवल केंद्रीय योजनाओं का नाम बदलकर अपने नाम पर बता रही है। शुभेंदु ने कहा कि शायद मुख्यमंत्री को बाद में अहसास हुआ या उनकी पार्टी के सहयोगियों की ओर से सतर्क किया गया कि संविधान के प्रावधानों के अनुसार उस कुर्सी के लिए शपथ लेने वाला कोई भी व्यक्ति इस तरह के धरने प्रदर्शन में भाग नहीं ले सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि हमारी मुख्यमंत्री के मन में संवैधानिक प्रावधानों के प्रति कोई सम्मान नहीं है--भाजपा नेता ने साधा निशानाभाजपा नेता दिलीप घोष ने ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि तृणमूल प्रमुख ममता एक जगह धरने पर बैठी है तो भतीजे ने अपनी जनसभा के लिए अलग जगह को चुना। भाजपा नेता ने कहा कि तृणमूल ने धरना के लिए उसी जगह का चयन क्यों किया जहां पहले से ही सरकारी कर्मचारी डीए की मांग को लेकर अनशन पर बैठे हैं, क्या अभिषेक बनर्जी को जनसभा के लिए पूरे कोलकाता में कोई और दूसरी जगह नहीं मिली।
रैलियों व जुलूसों का दिन: सत्ता और विपक्ष उतरा सड़क पर शहर के बड़े हिस्से में रही ट्रैफिक जाम की स्थिति कोलकाता में बुधवार का दिन रैलियों का रहा है। महानगर की सड़कों पर दिन भर राजनीतिक दंगल हुआ। धरना, रैली और जुलूस को लेकर होड़ सी दिखाई दी। इससे उत्तर से लेकर सेंट्रल और दक्षिण कोलकाता के बड़े हिस्से में ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो गई। लोगों को गर्मी के मौसम में परेशानी का सामना करना पड़ा। राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस, भाजपा और वाम मोर्चा-कांग्रेस ने जुलूस निकाला, धरना दिया और एक दूसरे पर आरोप लगाए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दो दिवसीय धरना शुरू किया तो भाजपा ने भ्रष्टाचार और राज्य की बिगड़ी कानून-व्यवस्था के खिलाफ श्यामबाजार में धरना दिया। दूसरी ओर वाम मोर्चा-कांग्रेस ने तृणमूल और भाजपा के खिलाफ जुलूस निकाला। --भाजपा वाशिंग मशीन: काले कपड़े डाले, सफेद निकाले- ममता का भ्रष्टाचार के आरोपों वाले नेताओं पर तंजकोलकाता. सीएम ममता बनर्जी धरना मंच पर भाजपा वाशिंग मशीन दिखाई। इस मशीन के जरिए भ्रष्टाचार के आरोपों वाले नेताओं के भाजपा में शामिल होने पर उनके दोषमुक्त होने पर तंज कसा गया। मुख्यमंत्री बनर्जी काले कपड़े मशीन में डालते दिख रही हैं और सफेद कपड़े बाहर निकाल रही हैं। ममता ने आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियां विपक्ष के नेताओं को तो परेशान कर रही है, लेकिन भाजपा में शामिल होने वाले किसी नेता के खिलाफ जांच शुरू नहीं कर रही।--तृणमूल-भाजपा के खिलाफ सड़क पर वाममोर्चा व कांग्रेसवाम मोर्चा और कांग्रेस ने राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार के खिलाफ संयुक्त विरोध रैली आयोजित की। कांग्रेस ने राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने को लेकर विरोध जताया। वाम मोर्चा ने सत्तारूढ़ दल के सदस्यों की संलिप्तता वाले कथित भ्रष्टाचार का विरोध किया। रैली में माकपा के अलावा भाकपा, आरएसपी और फॉरवर्ड ब्लॉक के समर्थक अच्छी संख्या में मौजूद थे। वाम मोर्चा के अध्यक्ष विमान बोस, माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम, आरएसपी नेता मनोज भट्टाचार्य, कांग्रेस नेता आशुतोष चटर्जी, कौस्तव बागची और अन्य ने दक्षिण कोलकाता में रामलीला मैदान से पार्क सर्कस तक रैली निकाली। --हर स्तर पर भ्रष्टाचार: विमान बोसबोस ने विरोध प्रदर्शन रैली में शामिल होने के लिए कांग्रेस पार्टी का स्वागत करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार और अन्य मुद्दों के खिलाफ समान विचार रखने वाले किसी भी व्यक्ति की प्रदर्शन में शामिल होने को लेकर सराहना की जाती है। ऊपर से लेकर पंचायतों तक हर स्तर पर जो भ्रष्टाचार हुआ, हमने उसके विरोध में प्रदर्शन किया। सलीम ने कहा कि जो लोग तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के खिलाफ हैं उन्होंने रैली में भाग लिया।--तृणमूल सरकार भ्रष्ट: शुभेंदु नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि तृणमूल सरकार पूरे देश में सबसे अधिक भ्रष्ट सरकार है। मैंने राज्य की हर एक योजना में भ्रष्टाचार से संबंधित पत्र पीएम मोदी को लिखा है। केंद्र ने बंगाल के लोगों के हित के लिए करोड़ों रुपए की धनराशि भेजी और राज्य सरकार ने अपनी पार्टी नेताओं की जेब भरी है। इसके खिलाफ कई अन्य जांच होने बाकी है। तृणमूल सरकार अपने शासन के दौरान कोई काम नहीं कर रही बल्कि केवल केंद्रीय योजनाओं का नाम बदलकर अपने नाम पर बता रही है। शुभेंदु ने कहा कि शायद मुख्यमंत्री को बाद में अहसास हुआ या उनकी पार्टी के सहयोगियों की ओर से सतर्क किया गया कि संविधान के प्रावधानों के अनुसार उस कुर्सी के लिए शपथ लेने वाला कोई भी व्यक्ति इस तरह के धरने प्रदर्शन में भाग नहीं ले सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि हमारी मुख्यमंत्री के मन में संवैधानिक प्रावधानों के प्रति कोई सम्मान नहीं है--भाजपा नेता ने साधा निशानाभाजपा नेता दिलीप घोष ने ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि तृणमूल प्रमुख ममता एक जगह धरने पर बैठी है तो भतीजे ने अपनी जनसभा के लिए अलग जगह को चुना। भाजपा नेता ने कहा कि तृणमूल ने धरना के लिए उसी जगह का चयन क्यों किया जहां पहले से ही सरकारी कर्मचारी डीए की मांग को लेकर अनशन पर बैठे हैं, क्या अभिषेक बनर्जी को जनसभा के लिए पूरे कोलकाता में कोई और दूसरी जगह नहीं मिली।