उन्होंने सत्ताधारी कौशल अपनाने और का भी आरोप लगाया और
केन्द्र की
नरेन्द्र मोदी सरकार के चार साल पूरा होने पर सरकार की उपलब्धियां बताने आए प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि बंगाल में रोजाना राजनीतिक हत्याएं हो रही हैं। पुरुलिया में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या अमानवीय है। पंचायत चुनाव से ले कर अब तक राज्य में भाजपा के 19 नेता और कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है। त्रिपुरा, केरल और कर्नाटक में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की जाती रही हैं। इसी तरह बंगाल में भी तृणमूल कांग्रेस भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर रवा रही है और दावा कर रही है कि झारखण्ड से आ कर बजरंग दल के लोगों ने पुरुलिया में हत्या की है। जो भी हो एक के बाद एक भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्याएं हो रही है, लेकिन राज्य सरकार जांच क्यों नहीं करवा रही है।
जावडेकर ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने राज्य के तीन स्तरीय पंचायत चुनाव जीतने के लिए सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने चार स्तरीय धांधली की। तृणमूल ने विपक्षी दलों को नामांकन दाखिल नहीं करने दिया, चुनाव चुनाव प्रचार करने नहीं दिया गया, वोट देने नहीं दिया और वोट की गिनती नहीं करने दी। इसके बावजूद भाजपा दूसरे नंबर की पार्टी बन कर उभरी है। ये हाल तब है जब एकतरफा चुनाव हुआ। अगर निष्पक्ष चुनाव होता तो पुरुलिया में भाजपा का शासन होता।
राज्य में सक्रिय ममता चुनाव आयोग
केन्द्रीय मंत्री ने पंचायत चुनाव में भारी गड़बड़ी होने के लिए पश्चिम बंगाल राज्य चुनाव आयोग के दिवालियापन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि राज्य चुनाव आयोग ने निष्पक्ष काम नहीं किया। उसने वही किया, जो मुख्यमंत्री
ममता बनर्जी ने आदेश दिया। राज्य चुनाव आयोग ममता चुनाव आयोग में परिवर्तन हो गया है।
घोटालेबाजों की होगी सजा जावड़ेकर ने कहा कि नारदा और सारधा घोटाले की जांच थमी नहीं है। कोई भी भ्रष्टाचारी और घोटालाबाज बच नहीं सकेगा। घोटाले की जांच जारी है। इस बारे में जल्द ही फैसला होगा और दोषी जेल जाएंगे। बस इंतजार कीजिए।