इसको लेकर ममता भड़क उठी थीं। मुख्यमंत्री ने अपने गुस्से का प्रदर्शन किया था। नारेबाजी कर रहे लोगों को अपराधी बताते हुए उनपर कड़ी कार्रवाई की बात कही थी। नारों की आवाज सुनकर ममता अपनी गाड़ी से उतरीं। नारा लगाने वालों पर बिफर पड़ीं। उन्हें कहते हुए सुना गया कि हमारे कारण बचे हुए हो। जल्द ही इलाके में नाका चेकिंग चालू होगी, घर घर जाकर जांच पड़ताल होगी। बंगाल को गुजरात बनने नहीं दूंगी। इतना सब कुछ होने के बाद वे अपनी गाड़ी में फिर जा बैठीं, इसी बीच फिर से जयश्री राम के नारे लगने लगे। एक बार फिर ममता गाड़ी से उतरीं और नारे लगाने वालों को चुनौती देते हुए कहा कि अपराधियों को ठीक करूंगी, ये सारे लोग बंगाल के बाहर के हैं। इसके बाद उनका काफिला आगे बढ़ गया। आगे नैहाटी में एक बार फिर उनके काफिले को देखकर जयश्री राम के नारे लगे। यहां भी वे गाड़ी से उतर गईं। अपने सुरक्षाकर्मियों के घेरे में मौजूद ममता ने यहां कहा कि वे अपराधियों को भगा कर दम लेंगी। इससे पहले चुनावी प्रचार अभियान के दौरान पश्चिम मिदनापुर के चंद्रकोना में उनके काफिले के गुजरते वक्त जयश्री राम का नारा लगा था। उस समय भी वे अपनी गाड़ी से उतरीं थीं और नारा लगाने वालों को चुनौती दी थी। बाद में पुलिस ने इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लिया था।