—-सर्जिकल स्ट्राइक की तैयारी सिर्फ 7 दिनों में की गई थी,
28-29 सितंबर, 2016 की रात। भारतीय जवानों ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया और उनके ठिकानों को नेस्तानाबूत कर दिया। आज उस सर्जिकल स्ट्राइक के 2 साल पूरे हो गए हैं। ऑपरेशन इतना गुप्त था कि इसकी जानकारी सिर्फ 7 लोगों को थी। इस बात का खुलासा ऑपरेशन का हिस्सा रहे लेफ्टिनेंट जनरल राजेंद्र रामराव निंभोरकर ने एक प्रोग्राम के दौरान किया था। उन्होंने एक कॉलेज के प्रोग्राम में भारत-पाकिस्तान के संबंधों पर अपने संबोधन में सर्जिकल स्ट्राइक की अनटोल्ड स्टोरी बताई थी। निंभोरकर ने बताया था कि केवल 7 दिनों में ही सर्जिकल स्ट्राइक की तैयारी की गई थी। सुबह साढ़े तीन बजे इंडियन आर्मी लक्ष्य पर पहुंच गई और 2 घंटे में ही इंडियन आर्मी ऑपरेशन पूरा कर करीब साढ़े पांच बजे बेस कैंप में लौट आई थी। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने एक प्रेस सम्मेलन में कहा था कि उन्हें जानकारी मिली थी कि कुछ आतंकवादी एलओसी के साथ लॉन्चपैड्स पर घुसपैठ करने के लिए इक_ा हुए हैं। उनके मंसूबे काफी खतरनाक थे. इसलिए सर्जिकल स्ट्राइक कर उन्हें रोका गया।
—-पहले भी हुई सर्जिकल स्ट्राइक
29 सितंबर 2016 का दिन कोई पहला मौका नहीं था जब आर्मी ने सर्जिकल स्ट्राइक किया था। इससे पहले भी कई बार जरूरत पडऩे पर सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की है। 10 जून 2015 को आतंकवादियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में भारतीय जवानों ने म्यांमार की सीमा में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक किया था। अमेरिका ने 9/11 हमले का बदला लेने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक की थी। हमले के 10 साल बाद पता चला था कि 9/11 का गुनाहगार ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान के एबटाबाद में छिपा है। इसके बाद अमेरिका ने लादेन का खत्म करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक की प्लानिंग की थी।
28-29 सितंबर, 2016 की रात। भारतीय जवानों ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया और उनके ठिकानों को नेस्तानाबूत कर दिया। आज उस सर्जिकल स्ट्राइक के 2 साल पूरे हो गए हैं। ऑपरेशन इतना गुप्त था कि इसकी जानकारी सिर्फ 7 लोगों को थी। इस बात का खुलासा ऑपरेशन का हिस्सा रहे लेफ्टिनेंट जनरल राजेंद्र रामराव निंभोरकर ने एक प्रोग्राम के दौरान किया था। उन्होंने एक कॉलेज के प्रोग्राम में भारत-पाकिस्तान के संबंधों पर अपने संबोधन में सर्जिकल स्ट्राइक की अनटोल्ड स्टोरी बताई थी। निंभोरकर ने बताया था कि केवल 7 दिनों में ही सर्जिकल स्ट्राइक की तैयारी की गई थी। सुबह साढ़े तीन बजे इंडियन आर्मी लक्ष्य पर पहुंच गई और 2 घंटे में ही इंडियन आर्मी ऑपरेशन पूरा कर करीब साढ़े पांच बजे बेस कैंप में लौट आई थी। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने एक प्रेस सम्मेलन में कहा था कि उन्हें जानकारी मिली थी कि कुछ आतंकवादी एलओसी के साथ लॉन्चपैड्स पर घुसपैठ करने के लिए इक_ा हुए हैं। उनके मंसूबे काफी खतरनाक थे. इसलिए सर्जिकल स्ट्राइक कर उन्हें रोका गया।
—-पहले भी हुई सर्जिकल स्ट्राइक
29 सितंबर 2016 का दिन कोई पहला मौका नहीं था जब आर्मी ने सर्जिकल स्ट्राइक किया था। इससे पहले भी कई बार जरूरत पडऩे पर सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की है। 10 जून 2015 को आतंकवादियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में भारतीय जवानों ने म्यांमार की सीमा में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक किया था। अमेरिका ने 9/11 हमले का बदला लेने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक की थी। हमले के 10 साल बाद पता चला था कि 9/11 का गुनाहगार ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान के एबटाबाद में छिपा है। इसके बाद अमेरिका ने लादेन का खत्म करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक की प्लानिंग की थी।