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सेना का पराक्रम पर्व आज

locationकोलकाताPublished: Sep 28, 2018 06:19:44 pm

Submitted by:

Shishir Sharan Rahi

पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक के 2 साल

kolkata

सेना का पराक्रम पर्व आज


कोलकाता. पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक के 2 साल पूरे होने पर भारतीय सेना 28 से 30 सितंबर तक देशभर में पराक्रम पर्व मनाएगी। इसी कड़ी में पूर्वी सेना कमान मुख्यालय की ओर से कोलकाता में 29 सितंबर को पराक्रम पर्व समारोह का आयोजन किया जाएगा। रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि कोलकाता के अलावा पूर्वी कमान के अंतर्गत सभी सैन्य छावनियों, पूर्वोत्तर राज्यों की राजधानियों गंगटोक, गुवाहाटी, शिलांग, इंफाल, आईजल, अगरतल्ला, कोहिमा और ईटानगर में इस दिन सेना की ओर से बड़े स्तर पर पराक्रम पर्व समारोह का आयोजन होगा। इसके जरिए सेना के साहस, शौर्य व बलिदान के बारे में लोगों को बताया जाएगा और उनमें सेना के प्रति आत्मविश्वास भरने की कोशिश की जाएगी। कोलकाता में प्रिंसेप घाट में 29 सितंबर की सुबह 10 से शाम 7.30 बजे तक आयोजन होगा। स्कूली बच्चे, छात्र व आम लोग भी हिस्सा ले सकेंगे और यह पूरी तरह लोगों के लिए खुला रहेगा। इस दौरान सेना के हथियारों का प्रदर्शन सहित बैंड डिस्प्ले, प्रेरक फिल्मों की प्रदर्शनी व अन्य गतिविधियां दिखाई जाएंगी। इसके अलावा इस दिन विभिन्न सैन्य छावनियों में पूर्व सैनिकों की रैली भी निकाली जाएगी। उल्लेखनीय है कि 2 साल पहले 29 सितंबर, 2016 को भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक कर पाक अधिकृत कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से चलाए जा रहे कई आतंकी प्रशिक्षण शिविरों को तबाह कर दिया था। सेना की इस कार्रवाई में बड़ी संख्या में आतंकी मारे गए थे।
—-सर्जिकल स्ट्राइक की तैयारी सिर्फ 7 दिनों में की गई थी,
28-29 सितंबर, 2016 की रात। भारतीय जवानों ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया और उनके ठिकानों को नेस्तानाबूत कर दिया। आज उस सर्जिकल स्ट्राइक के 2 साल पूरे हो गए हैं। ऑपरेशन इतना गुप्त था कि इसकी जानकारी सिर्फ 7 लोगों को थी। इस बात का खुलासा ऑपरेशन का हिस्सा रहे लेफ्टिनेंट जनरल राजेंद्र रामराव निंभोरकर ने एक प्रोग्राम के दौरान किया था। उन्होंने एक कॉलेज के प्रोग्राम में भारत-पाकिस्तान के संबंधों पर अपने संबोधन में सर्जिकल स्ट्राइक की अनटोल्ड स्टोरी बताई थी। निंभोरकर ने बताया था कि केवल 7 दिनों में ही सर्जिकल स्ट्राइक की तैयारी की गई थी। सुबह साढ़े तीन बजे इंडियन आर्मी लक्ष्य पर पहुंच गई और 2 घंटे में ही इंडियन आर्मी ऑपरेशन पूरा कर करीब साढ़े पांच बजे बेस कैंप में लौट आई थी। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने एक प्रेस सम्मेलन में कहा था कि उन्हें जानकारी मिली थी कि कुछ आतंकवादी एलओसी के साथ लॉन्चपैड्स पर घुसपैठ करने के लिए इक_ा हुए हैं। उनके मंसूबे काफी खतरनाक थे. इसलिए सर्जिकल स्ट्राइक कर उन्हें रोका गया।
—-पहले भी हुई सर्जिकल स्ट्राइक
29 सितंबर 2016 का दिन कोई पहला मौका नहीं था जब आर्मी ने सर्जिकल स्ट्राइक किया था। इससे पहले भी कई बार जरूरत पडऩे पर सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की है। 10 जून 2015 को आतंकवादियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में भारतीय जवानों ने म्यांमार की सीमा में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक किया था। अमेरिका ने 9/11 हमले का बदला लेने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक की थी। हमले के 10 साल बाद पता चला था कि 9/11 का गुनाहगार ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान के एबटाबाद में छिपा है। इसके बाद अमेरिका ने लादेन का खत्म करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक की प्लानिंग की थी।

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