योग परिवार में प्यार-स्नेह से लाडक़ुंवर के नाम से मशहूर पूनम योगा में सूर्य नमस्कार, अनुलोम-विलोम, कपाल-भाति, चक्रासन, सर्वांगासन आदि किसी कुशल पेशेवेर योग प्रशिक्षक की तरह करती है। विश्व योग दिवस के मौके पर 21 जूून को रिसड़ा सेवक संघ प्रांगण में होने वाले योग कैंप में भी पूनम शिरकत करेगी। 1998 में कारोबारी के सिलसिले में पूनम के पिता विजय सोमानी बंगाल आए। आज विजय का खुद का व्यापार है जबकि पूनम की मां सुषमा परिवार की देखभाल और घरेलू कार्य सम्भालती हैं। दो बहनों में छोटी पूनम की बड़ी बहन गुन्जन (विवाहित) मुंबई में रहती है। विजय ने बताया कि भुवनेश्वर में प्रवास के दौरान 1996 में वहां के अनेक डॉक्टरों के पास जाकर पूनम को दिखाया, पर कोई लाभ नहीं हुआ। भुवनेश्वर से 1998 में बंगाल आए। यहां हिन्दमोटर के मेंटली एन्नी सूलीवेन मेंटली हैंडिकैप्ड स्कूल में 1999 में नाम लिखाया, जहां 3 साल तक पूनम रही। यहीं पर स्कूल में रहने के दौरान ड्रॉइंग प्रतियोगिता में पूनम ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि किचेन को छोड़ घर के लगभग हर काम वह धीरे-धीरे बखूबी कर लेती है, पर तेज गति से नहीं। उसमें एकाग्रता, स्पीड, कैल्युकेशन की कमी है।
सेरेब्रल का अर्थ मस्तिष्क के दोनों भाग और पाल्सी का अर्थ ऐसे विकार या क्षति से है जो शारीरिक गति के नियंत्रण को क्षतिग्रस्त करती है। सेरिब्रल पाल्सी का साधारण शब्दों में मतलब है–मस्तिष्क का लकवा। प्रसिद्ध सर्जन डॉ. विलियम लिटिल ने 1860 में बच्चो में पाई जाने वाली इस असामान्य रोग से सम्बंधित चिकित्सा की चर्चा की थी। इसमें हाथ-पैर की मांसपेशियों में कड़ापन पाया जाता है। सेरेब्रल पाल्सी एक जटिल अवस्था है, जो जीवन के प्रथम 3 वर्षो में हुई मस्तिष्कीय क्षति के कारण होती है। इसके फलस्वरूप मांसपेशियों में सामंजस्य न होने के कारण कमजोरी से अपंगता की हालत होती है।