हावड़ा.
उलूबेडिय़ा रेल ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य पूरा होने की राह में चार घंटो का रोढ़ा खड़ा हो गया है। 720 मीटर लम्बे ब्रिज के 690मीटर का निर्माण पूरा हो गया है। रेल लाइन के ऊपर के 30 मीटर के हिस्से के निर्माण के दौरान रेल सेवाएं बंद रखने की समयावधि पर रेलवे और लोकनिर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी)आमने सामने हैं। ब्रिज का निर्माण राज्य सरकार के लोक निर्माण विभाग की ओर से किया जा रहा है। जिसके इंजीनियर रेल लाइन के ऊपर ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए कम से कम 10 घंटे तक ट्रेन सेवा बंद करने की आवश्यक्ता जता रहे हैं जबकि रेलवे रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक कुल छह घंटो का समय देने पर राजी हो रहा है। इन्हीं चार घंटों को लेकर ब्रिज का मामला फंसा हुआ है।
उलूबेडिय़ा रेल ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य पूरा होने की राह में चार घंटो का रोढ़ा खड़ा हो गया है। 720 मीटर लम्बे ब्रिज के 690मीटर का निर्माण पूरा हो गया है। रेल लाइन के ऊपर के 30 मीटर के हिस्से के निर्माण के दौरान रेल सेवाएं बंद रखने की समयावधि पर रेलवे और लोकनिर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी)आमने सामने हैं। ब्रिज का निर्माण राज्य सरकार के लोक निर्माण विभाग की ओर से किया जा रहा है। जिसके इंजीनियर रेल लाइन के ऊपर ब्रिज के हिस्से के निर्माण के लिए कम से कम 10 घंटे तक ट्रेन सेवा बंद करने की आवश्यक्ता जता रहे हैं जबकि रेलवे रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक कुल छह घंटो का समय देने पर राजी हो रहा है। इन्हीं चार घंटों को लेकर ब्रिज का मामला फंसा हुआ है।
उलूेबडिय़ा दक्षिण के विधायक पूलक राय ने कहा कि केन्द्र सरकार के असहयोग के कारण उलूबेडिय़ा व श्यामपुर के लोगों को इस बार दुर्गापूजा तक मिलने वाले ब्रिज की सौगात और पिछड़ गई है। ब्रिज का निर्माण दुर्गापूजा तक हो जाना चाहिए था।
दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय घोष ने कहा कि बागनान रेल ओवर ब्रिज का कार्य रेलवे की ओर से किया गया था, उस समय रेल लाइन के ऊपर निर्माण का कार्य 6 घंटे में ही पूरा किया गया था। मेन लाइन में छह घंटे की ट्रेन सेवा बंद करने के लिए भी रेलवे को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। टे्रनों को र² करना पड़ता है। कई ट्रेन के समय में परिवर्तन करना पड़ता है। ऐसे में 6 घंटे से अधिक समय लगने से यात्रियों को काफी असुविधा होगी। राज्य के लोक निर्माण विभाग को इसलिए ही रात को 12 बजे से लेकर सुबह 6 बजे का समय दिया जा रहा है।
दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय घोष ने कहा कि बागनान रेल ओवर ब्रिज का कार्य रेलवे की ओर से किया गया था, उस समय रेल लाइन के ऊपर निर्माण का कार्य 6 घंटे में ही पूरा किया गया था। मेन लाइन में छह घंटे की ट्रेन सेवा बंद करने के लिए भी रेलवे को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। टे्रनों को र² करना पड़ता है। कई ट्रेन के समय में परिवर्तन करना पड़ता है। ऐसे में 6 घंटे से अधिक समय लगने से यात्रियों को काफी असुविधा होगी। राज्य के लोक निर्माण विभाग को इसलिए ही रात को 12 बजे से लेकर सुबह 6 बजे का समय दिया जा रहा है।
रेल गेट में अटकते हैं मरीज होती है परेशानी राजमार्ग संख्या 6 से उलूबेडिय़ा शहर में जाने के लिए रेल गेट पार करना पड़ता है। ऐसे में ट्रेनों के जाते समय देर तक रेल गेट बंद रहता है। इससे बागनान, आमता और उदयनारायणपुर से उलूबेडिय़ा अस्पताल में रोगी आते है ऐसे में उन्हें रेल गेट के कारण इंतजार करना पड़ता है। लेकिन इस ब्रिज के बन जाने के कारण रोगी सीधे बिना किसी बाधा के उलूबेडिय़ा अस्पताल पहुंच सकते हैं। रेलवे की ओर से राज्य के लोक निर्माण विभाग से बात चीत की जा रही है। इस कुल ब्रिज की लागत 34 करोड़ रुपए है। इसको पूरा करने की जिम्मेवारी लोक निर्माण विभाग की है।