अधिकारी ने बताया कि रेलवे का विचार है कि आरोग्य सेतु ऐप का सहारा लेकर यात्रियों के स्वास्थ्य को चेक किया जाए। अगर कोई यात्री स्वस्थ नहीं पाया गया तो उसे ट्रेन में नहीं चढऩे दिया जाएगा।
एयरपोर्ट की तरह हर यात्री की थर्मल स्क्रीनिंग की जा सकती है। यात्रियों के स्वास्थय की जांच के लिए कई अन्य विकल्पों पर भी विचार किया जा रहा। लॉकडाउन खत्म होने के बाद रेलवे की प्राथमिकता में ऐसे रूट्स के लिए जगह नहीं होगी जिसमें कोरोना के हटस्पॉट आते हों। जरूरी है कि अपनी प्लानिंग इसी हिसाब से करें। अगर मंजिल ऐसी है, जिसके रास्ते में हॉटस्पॉट हो या मंजिल ही हॉटस्पॉट हो तो रेलवे सॉरी कहेगा। लॉकडाउन खुलने का मतलब कतई नहीं कि अचानक सब सोशल डिस्टेन्सिंग की जरूरत भूल जाएं। रेलवे की कोशिश रहेगी कि स्टेशनों और प्लेटफॉर्म पर कम से कम लोग हों। गैरजरूरी यात्राओं को टालने की रणनीति के साथ काम हो सकता है। ऐसे में अगर कहीं जा रहे हैं तो पहले चेक करें कि जाना कितना जरूरी है? दोस्तों-रिश्तेदारों को स्टेशन पर सी-ऑफ करने के लिए न बुलाएं।