इस बीच भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक गर्मी और लू से फिलहाल 4 जून तक राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। नई दिल्ली के साथ पूरा उत्तर भारत में भीषण गर्मी और लू की चपेट में है। राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में लू और गर्म हवाओं को लेकर चेतावनी जारी की गई है। राजस्थान के श्रीगंगानगर में पारा 49.6 डिग्री सेल्सियस पहुंचा जो मई के महीने में बीते 75 साल में सबसे अधिक है। मौसम विभाग के अनुसार इससे पहले 30 मई, 1944 को यहां तापमान 49.4 डिग्री था। मौसम विभाग ने कहा है कि एनसीआर-दिल्ली के साथ उत्तर भारत के उत्तर प्रदेश, पंजाब, चंड़ीगढ़, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान समेत कई इलाकों में भीषण गर्मी के साथ तेज गर्म हवाओं लू से अगले कुछ दिन राहत मिलने के आसार नहीं हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक, मानसून के 6 जून के आसपास केरल में दस्तक देने की उम्मीद है। वर्तमान में मानसून अरब सागर के दक्षिणी हिस्से और दक्षिण-पश्चिमी और दक्षिण पूर्व और बंगाल की खाड़ी के मध्य पूर्व, अंडमान निकोबार द्वीप को कवर कर चुका है और अगले 2-3 दिनों में यह अन्य क्षेत्रों को भी कवर कर लेगा। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो पूरे उत्तर भारत में तापमान कम होने के अभी आसार नहीं हैं। गर्म शुष्क हवाओं का दौर अभी जारी रहनेवाला है। दरअसल, पाकिस्तान से सटे पश्चिमी राजस्थान और सिंध इलाके से गर्म हवाएं आ रही हैं। इनका असर पूरे उत्तर भारत पर है। गर्मियों की बारिश हर स्तर पर कम चल रह है, लेकिन इससे मानसून के पूर्वानुमान को लेकर कुछ सटीक नहीं कहा जा सकता। उम्मीद है कि जून में प्री मानसून व जुलाई से सितंबर तक मानसून सीजन में बारिश औसत से बेहतर अर्थात सामान्य होगी।