देउचा पचामी परियोजना रोकने रची रामपुरहाट घटना: ममता
मुख्यमंंत्री ममता बनर्जी ने रामपुरहाट हिंसा मामले में पुलिसकर्मियों की गलती स्वीकारते हुए रविवार को कहा कि राज्य प्रशासन ने हत्याकांड के बाद कड़े कदम उठाए हैं। उन्होंने एक बार फिर पूरे मामले को बड़ी साजिश बताया और कहा कि इसका मकसद बीरभूम में देउचा पचामी परियोजना को अटकाना है।
कोलकाता
Updated: March 28, 2022 12:27:55 am
सीएम ने स्वीकारी गलती, बोलीं पुलिस से भूल हुई, पर पुलिस को बदनाम न करें
कहा, प्रशासन ने उठाए कदम
कोलकाता. मुख्यमंंत्री ममता बनर्जी ने रामपुरहाट हिंसा मामले में पुलिसकर्मियों की गलती स्वीकारते हुए रविवार को कहा कि राज्य प्रशासन ने हत्याकांड के बाद कड़े कदम उठाए हैं। उन्होंने एक बार फिर पूरे मामले को बड़ी साजिश बताया और कहा कि इसका मकसद बीरभूम में देउचा पचामी परियोजना को अटकाना है। रोजगार सृजन के किए जा रहे प्रयासों को धक्का देना है। उन्होंने कहा कि सीबीआइ ने घटना की जांच का जिम्मा संभाल लिया है। राज्य सरकार जांच में मदद करेगी। लेकिन अगर जांच एजेंसी भाजपा के निर्देशों का पालन करेगी तो हम विरोध करने के लिए तैयार हैं। वे उत्तर बंगाल के अपने दौरे के पहले दिन सभा को संबोधित कर रही थीं।
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बीरभूम में हमने किसी को नहीं रोका
ममता ने कहा कि ऐसी कई घटनाएं यूपी, दिल्ली, कर्नाटक, त्रिपुरा और असम में हो चुकी हैं। हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को घटना स्थल तक नहीं पहुंचने दिया गया, लेकिन बीरभूम में हमने कभी किसी राजनीतिक दल को नहीं रोका। उन्होंने आरोप लगाया कि लोग प्रचार के लिए बगतुई जा रहे हैं। उनका बीरभूम दौरा रोकने का भी प्रयास किया गया। विपक्ष लाशों की राजनीति करने पर आमादा है
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बंगाल को बदनाम करने का प्रयास
ममता ने कहा कि उनपर निशाना साधा जा रहा है। बंगाल को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल की कीमत, दवा की कीमत बढ़ाए जाने के खिलाफ विरोध ना हो सके इसलिए लोगों का ध्यान हटाने के लिए यह काम किया जा रहा है।
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दो मोहल्ला के झगड़े का दोष मुझ पर क्यों
सीएम ने कहा कि तृणमूल के एक कार्यकर्ता की हत्या हुई। तृणमूल के ही कार्यकर्ताओं के घर जलाए गए। गिरफ्तार किए गए लोग भी तृणमूल कांग्रेस के ही समर्थक हैं। फिर भी हर जगह सिर्फ तृणमूल की आलोचना हो रही है। मेरा हाथ, मेरा पांव और सिर कटा और मुझे ही गाली दी जा रही है। दो मोहल्ले के लोगों के बीच झगड़ा होगा, तो क्या मुझे दोष देंगे?
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क्या दिल्ली से सीबीआइ आएगी पहरा देने
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में विपक्षी पार्टियां बार बार छोटी मोटी घटनाओं पर सीबीआइ की जांच मांग रही हैं। जबकि राज्य की पुलिस 24 घंटे लोगों की रक्षा में लगी हुई है। वे सीबीआइ की मांग करने वालों से पूछती हैं कि क्या सीबीआइ यहां रात में पहरा देने आएगी।
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मई जून में होंगे जीटीए के चुनाव
मुख्यमंत्री ममता ने मई-जून में गोरखा टेरिटॉरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) के चुनाव कराये जाने की घोषणा की। सिलीगुड़ी के गोंसाईपुर में सरकारी कार्यक्रम में ममता ने कहा कि वे तीन दिन पहाड़ में रहेंगी। उन्होंने कहा कि पहाड़ों में भी पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से होंगे। उन्होंने एक बार फिर केन्द्र सरकार से पहाड़ में द्विस्तरीय पंचायत व्यवस्था लागू करने के लिए कानून में संशोधन करने की मांग की। अभी पहाड़ में द्विस्तरीय पंचायत व्यवस्था है। मुख्यमंत्री ने उत्तर बंगाल में लगभग 110 करोड़ रुपए की लागत से 11 परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
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फिर शुरू होगा दीदी को बोलो जैसा कार्यक्रम
राज्य के नागरिकों की समस्या, शिकायतों को जानने के लिए पूर्व में चलाया गया दीदी को बोलो कार्यक्रम एक बार फिर शुरू किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि जल्द ही एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाएगा। इस कार्यक्रम का नाम बदला जाएगा। उन्होंने कहा कि अगले दो महीनों में इस कार्यक्रम को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने घोषणा कि राज्य के नागरिक अपने आसपास होने वाली किसी गड़बड़ी की सूचना सरकार को देंगे तो उन्हें पुरस्कृत भी किया जाएगा।

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