strike: 2016 का वफादार सिपाही 2021 में कमांडर से लडऩे को तैयार
कोलकाताPublished: Aug 21, 2019 03:58:40 pm
Politics में कब किसका दोस्त और दुश्मन बन जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता है। West Bengal में कुछ महीनों से यह खेल चल रहा है। Ruling Trinamool Congressके आधा दर्जन विधायक पार्टी छोड़कर bjp में शामिल हो चुके हैं तो कुछ अब भी कतार में हैं।
strike: दीदी के खिलाफ उनका ही यह करीबी ताल ठोंकने को तैयार
कोलकाता. राजनीति में कब किसका दोस्त और दुश्मन बन जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता है। पश्चिम बंगाल में कुछ महीनों से यह खेल चल रहा है। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के आधा दर्जन विधायक पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं तो कुछ अब भी कतार में हैं। जबकि कई पार्षदों ने भाजपा का दामन जरूर थामा तो, पर अब कई ने घर वापसी भी कर ली है। इधर कई महीनों की अटकलों के बाद भाजपा में शामिल कोलकाता के पूर्व मेयर और कभी तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में शुमार शोभन चटर्जी ने मंगलवार को सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया। 2016 का वफादार सिपाही 2021 में कमांडर से लडऩे को तैयार है। ममता राज को वाम शासन से भी बदतर करार देते हुए शोभन ने कभी अपनी करीबी रही ममता के खिलाफ अगले विधानसभा चुनाव में दो-दो हाथ करने का ऐलान कर दिया।
अपनी निकट सहयोगी बैशाखी बनर्जी संग शोभन चटर्जी ने पहली बार प्रदेश भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं को बताया कि कहा कि अगर भाजपा चाहे तो आगामी विधानसभा चुनावों में वह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ चुनाव लडऩे के लिए तैयार हैं। उन्होंने इन आरोपों को खारिज कर दिया कि नारद स्टिंग घोटाला मामले में सीबीआई की पूछताछ से बचने के लिए वह भाजपा में शामिल हुए हैं। कभी ममता के विश्वस्त सहयोगी रहे चटर्जी को पूर्व में प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई नारद स्टिंग मामले में समन कर चुकी है। राज्य भाजपा मुख्यालय में एक कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने उन्हें सम्मानित किया। इस मौके पर शोभन ने कहा कि जब मैं तृणमूल में था तो मैं पार्टी का विश्वासपात्र था। अब मैं भाजपा में आ गया हूं और अब इसका विश्वासी सिपाही बनूंगा। पार्टी जो भी करने के लिए कहेगी वह मैं करूंगा। अगर पार्टी मुझे अगला चुनाव ममता बनर्जी के खिलाफ लडऩे के लिए कहती है तो मैं लड़ूंगा।