पिछले साल की तुलना में इस बार कम पास हुए छात्र गांगुली ने कहा कि कटवा की देबदत्ता मांझी ने 700 में से 697 अंक लाकर 99.57 फीसदी अंक हासिल किये और शीर्ष स्थान हासिल किया। गांगुली ने कहा कि इस साल सफल छात्रों का प्रतिशत 2022 में उत्तीर्ण हुए 86.60 प्रतिशत छात्रों की तुलना में थोड़ा कम है। उन्होंने कहा कि माध्यमिक परीक्षा आयोजित होने के 75 दिन बाद परिणाम घोषित किए गए हैं।
सर्वाधिक सफल हुए पूर्ब मेदिनीपुर जिले के छात्र सफल छात्रों का सर्वाधिक प्रतिशत पूर्व मेदिनीपुर जिले में दर्ज किया गया जो 96.81 प्रतिशत रहा। उन्होंने कहा कि मेरिट सूची में कुल 118 छात्र शामिल हैं। बर्दवान के शुभम पॉल और मालदह के रिफत हसन सरकार ने संयुक्त रूप से 691 अंक हासिल कर दूसरा स्थान प्राप्त किया है। तीसरे स्थान पर संयुक्त रूप से छह छात्र रहे हैं। गांगुली ने कहा कि शीर्ष 10 स्थान हासिल करने वालों में से महानगर का कोई छात्र नहीं है।
मुख्यमंत्री ने दी बधाई, किया ट्वीट सफल उम्मीदवारों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘‘माध्यमिक परीक्षा में उत्तीर्ण सभी विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। आपका आने वाला प्रत्येक दिन सफलता से भरा हो।’’ राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने भी ट्वीट कर उम्मीदवारों के सुनहरे भविष्य की कामना की है।
रोजाना 10-12 घंटे पढ़ती थी : देबदत्ता देबदत्ता मांझी ने अपने माता-पिता के साथ अपने घर पर संवाददाताओं से कहा कि वह ज्यादातर अपनी पाठ्य पुस्तकों पर ध्यान केंद्रित करती थीं और रोजाना 10-12 घंटे पढ़ाई करती थीं। अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर मांझी ने कहा कि वह किसी भी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में दाखिला लेना चाहती हैं और गणित या भौतिकी में उच्च अध्ययन करना चाहती हैं। देबदत्ता मांझी ने कहा कि वह खाली समय में वायलिन बजाती हैं और कहानी की किताबें पढऩा पसंद करती हैं। मांझी ने कहा, ‘‘ मेरे स्कूल के सभी शिक्षकों ने मेरी मदद की और कई विषयों में निजी ट्यूटरों ने भी मेरा मार्गदर्शन किया। ’’ गांगुली ने कहा कि उम्मीदवारों को उनके संबंधित स्कूलों से क्यूआर कोड के साथ अंकपत्र और प्रमाण पत्र मिलेंगे।