सारधा के बाद रोजवैली घोटाला वर्ष 2013 में सारधा चिटफंड घोटाले के खुलासे के बाद रोजवैली घोटाला सामने आया था। ईडी और सीबीआई मामले की जांच कर रही है। ईडी ने मामले में आरोप पत्र दाखिल किया है। आरोप पत्र के अनुसार रोजवैली ने लोगों से 17520 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की है। तीन हजार पन्नों के आरोप पत्र में केन्द्रीय जांच एजेन्सी ने कंपनी के प्रमुख गौतम कुण्डू एवं दो निदेशक शिवमय दत्त तथा अमित चक्रवर्ती को आरोपी बनाया है। ईडी ने मामले में पूरक आरोप पत्र दायर करने की इजाजत भी मांग ली है।
४०० करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त आरोप पत्र में ईडी ने लिखा है कि रोजवैली ने झूठी और लुभावनी योजनाओं का झांसा देकर पश्चिम बंगाल,ओडिशा, असम एवं त्रिपुरा के लाखों लोगों से 17 हजार 5 सौ 20 करोड़ रुपए इकट्ठा किए। केन्द्रीय जांच एजेन्सी की ओर से अदालत को बताया गया है कि उक्त रुपए कहां गए? कंपनी ने कहां-कहां निवेश किया? कौन-कौन से प्रभावशाली लोगों ने कितने पैसे लिए? इन सारे तथ्यों की जांच अभी बाकी है। इसलिए मामले में पूरक आरोप पत्र दाखिल किया जाएगा। कंपनी प्रमुख गौतम कुण्डू एवं कई पदाधिकारी गिरफ्तार हैं। ईडी ने कंपनी की 400 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त कर रखी है।