कोलकाता

संस्कार निर्माण शिविर द्वितीय दिवस में गुरु वंदना, वृहत् मंगल पाठ

साउथ कोलकाता जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा का आयोजन

कोलकाताJun 08, 2019 / 02:46 pm

Shishir Sharan Rahi

संस्कार निर्माण शिविर द्वितीय दिवस में गुरु वंदना, वृहत् मंगल पाठ

कोलकाता. आचार्य महाश्रमण की शिष्या समणी निर्देशिका कमलप्रज्ञा, समणी सुमनप्रज्ञा आदि समणीवृंद के सान्निध्य में संस्कार निर्माण शिविर का दूसरा दिन गुरु वंदना, वृहत् मंगलपाठ से हुआ। साउथ कोलकाता जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के इस आयोजन में बतौर प्रशिक्षक उपासक सुरेन्द्र सेठिया ंने शिविरर्थियों को योगाभ्यास कराया। समणी प्रज्ञा और समणी निर्देशिका कमलप्रज्ञा ने बच्चों को को नशा न करने और नॉनवेज इस्तेमाल न करने आदि के संकल्प कराए। समणी सुमनप्रज्ञा ने बच्चों को बुद्धि विकास के गुर बताए। लंचब्रेक के बाद प्रेजेटेंशन के माध्यम से समणी करुणाप्रज्ञा
ने प्रस्तुति दी। अन्त में समणी निर्देशिका कमलप्रज्ञा ने बच्चों को अनेक सूचनाओ ंके साथ मंगलपाठ सुनाते हुए उनसे वार्तालाप किया।
 

आचार्य महाश्रमण की शिष्या समणी निर्देशिका कमलप्रज्ञा, समणी सुमनप्रज्ञा, समणी ओजस्वी प्रज्ञा के सान्निध्य में 5 दिवसीय संस्कार निर्माण शिविर का शुभारम्भ हुआ। समणी निर्देशिका कमलप्रज्ञा ने शिविर में बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि यदि आप हैप्पी, हेल्दी, हम्बल, ऑनेस्ट लाइफ जीना चाहते है तो यह शिविर सभी के लिए वरदान सिद्ध होगा। शिविर में मुख्य रुप से महासभा के महामंत्री विनोद बैद, साउथ कोलकाता सभाध्यक्ष विजय चोरिडय़ा, मंत्री जीवराज सेठिया, जय तुलसी फाउंडेशन के महामंत्री सुरेन्द्र बोरड़, साउथ कोलकाता सभा के न्यासी विजय सिंह कोठारी, सह-मंत्री कमल कोचर, शैलेन्द्र बोरड़, तेरापंथ युवक परिषद् के अध्यक्ष अरविंद डागा, साउथ सभा के अनेक गणमाण्य व्यक्ति और पदाधिकारी मौजूद थे। समणी करुणाप्रज्ञा ने शिविर की आवश्यकता क्यों? विषय पर अपने विचार रखे। समणी सुमनप्रज्ञाजी ने संचालन किया। लंच ब्रेक के बाद शुरू क्लासेस समणी करुणाप्रज्ञा ने कहा कि आसपास की छोटी-छोटी चीजें कैसे हमारे जीवन में चमत्कार घटित करती हैं। समणी सुमनप्रज्ञा ने बच्चों को जीवन को मजबूत बनाने के अनेक टिप्स बताए। समणी ओजस्वी प्रज्ञा ने बच्चों को जैन इतिहास का ज्ञान दिया। रश्मी सुराणा ने भी बच्चों को संबोधित किया।
 

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