कोलकाताPublished: Aug 09, 2020 10:30:18 pm
Manoj Singh
भाजपा चुनाव चिन्ह कमल आकृति वाली साड़ी ने पार्टी के भीतर बवाल मचा दी है। इसको लेकर पार्टी के भीतर उस समय प्रतिक्रियाओं का तूफान उमड़ पड़ा जब पॉल ने महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं के विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुपों में ऑडियो संदेश भेजा।
West Bengal BJP: महिला मोर्चा अध्यक्ष की डिजाइन वाली साड़ी ने भाजपा में मचाया बवाल
अग्निमित्रा पॉल ने किया आलोचकों की बात खारिज
कोलकाता
भारतीय फैशन की दुनियां में पहचान बनाने के बाद राजनीति में आई प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्ष अग्निमित्रा पॉल की डिजाइन की गई साड़ी ने भाजपा के भीतर बवाल मचा दी है। इसको लेकर पार्टी के भीतर उस समय प्रतिक्रियाओं का तूफान उमड़ पड़ा जब पॉल ने महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं के विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुपों में ऑडियो संदेश भेजा। उन्होंने अपने ऑडियो संदेश में कहा है कि उन्होंने कमल फूल की आकृति वाली दो साड़िया डिजाइन किया है। इच्छुक कार्यकर्ता इसे खरीद सकती हैं। इसकी कीमत 280 रुपए है। महिला कैडरों को पार्टी के कार्यक्रमों में इसे पहनना चाहिए। इसके बाद पार्टी के कुछ नेताओं ने इसकी आलोचना शुरू कर दी। एक पूर्व महिला मोर्चा नेता ने पॉल की पहल को अस्वीकार्य योग्य करार देते हुए इसका विरोध किया। लेकिन कोई भी खुलकर सामने नहीं आ रहा है।
अपना नाम नहीं छापने की शर्त पर प्रदेेश भाजपा की एक महिला नेता ने कहा कि महिला मोर्चा अध्यक्ष जैसे पद पर बैठे व्यक्ति को बोलते समय सावधान रहना चाहिए वि वे पार्टी कैडरों से क्या कह रहीा हैं। भले ही वह महिला कैडरों को साड़ी खरीदने और पहनने के लिए नहीं कहती हैं, लेकिन पूरी तरह से इसका अलग अर्थ निकलता है। वे लंबे समय से भाजपा से जुड़ी हैं, लेकिन कभी भी उन्होंने कमल के प्रतीक वाली साड़ी पहनने की आवश्यकता महसूस नहीं की। यह राजनीति है फैशन शो नहीं। खेल के नियम अलग हैं। जब किसी का आचरण जांच के दायरे में होता है, तो वह ऐसी गलतियाँ नहीं कर सकता।
अग्निमित्रा पॉल ने किया खारिज
प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्ष पॉल ने इसे प्रेरित वाला बयान करार देते हुए खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष से इसकी अनुमित ली है। महिला मोर्चा की कुछ कैडरों की सलाह पर एक एनजीओ को बड़ी संख्या में यह साड़ी तैयार करने को कहा गया है। वे इसे मुफ्त में डिजाइन की है। इसे प्रदेश भाजपा के स्टेशनरी आउटलेट- वास्तु भंडार से बेचा जा रहा है। बिक्री से आने वाले पैसे एनजीओ को जाएगा। इसमें उनकी कोई भूमिका नहीं है। ये साड़ियां सस्ती भी हैं। किसी को भी 280 रुपए में सूती की साड़ी मिल सकती है, बाजार में कम से कम 500 रुपए दाम है। उनकी डिजाइन की गई साड़ियां बाजार में बहुत महंगी हैं। पार्टी से प्यार के कारण इतनी सस्ती साड़िया डिजाइन की हैं। दिलीप घोष ने कहा कि उन्होंने उक्त साड़ी को केवल पार्टी कार्यालय के वस्तु भंडार से बेचने की अनुमति दी है।