कोलकाता

सांतरागाछी झील की सफाई शुरू

– सामाजिक संस्था ने उठाया कदम
– निगम व वन विभाग की हरी झण्डी के बाद कार्य शुरू

कोलकाताNov 21, 2018 / 11:15 pm

Nirmal Mishra

सांतरागाछी झील की सफाई शुरू

 

हावड़ा

सांतरागाछी झील को गंदगी मुक्त करने व इसकी साफ करने का जिम्मा कोलकाता के विजयगढ़ की एक सामाजिक संस्था ने लिया है। उक्त संस्था झील की सफाई व टापू बनाने का काम करीब दस दिनों तक करेगी। सांतरागाछी झील में प्रति वर्ष अक्टूबर से लेकर फरवरी तक देशी व विदेशी पक्षियों का समूह कड़ाके की सर्दी से बचने के लिए यहां आते हैं। जो इस झील की सुन्दरता को चार चांद लगा देते हैं। इस समय यह झील जलकुंभियों से भरी पड़ी है। इसका पानी प्रदूषित होने के कारण विदेशी पक्षियों ने पिछले साल की तरह इस साल भी झील से लगभग मुंह मोड़ लिया है। इस झील में वर्तमान में विदेशी पक्षियों की जगह सिर्फ चीलों को देखा गया था। इससे पक्षी प्रेमी काफी दु:खी थे। हालाकि नवम्बर में इन पक्षियों का आना शुरू हो गया है। लेकिन इनकी संख्या काफी कम है, यानी नही के समान है। पक्षियों के कम आने के कारण कुंदघाट की पक्षी प्रेमी नामक यह संस्था निगम व वन विभाग से अनुमति लेकर इस झील से जलकुंभियों व गंदगी को साफ करने का कार्य बुधवार की सुबह से युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है। यह कार्य दस दिन तक चलेगा। पक्षी प्रेमियों से जुड़ी इस संस्था के सचिव अर्जुन बसु और प्रसेन्नजीत दॉ ने बताया कि उनकी ओर से झील की सफाई के साथ साथ पक्षियों के विश्राम के लिए छोटे छोटे बनावटी टापू बनाने का काम भी किया जाएगा। इनका कहना है कि झील में गंदगी के कारण ही विदेशी पक्षियों की संख्या में दिन पर दिन पर गिरावट आ रही है। उनकी चहचहाहट सुनने को नहीं मिल रही है। विदेशी पक्षी इस वृहत्तर झील में सर्दी से बचने के लिए विदेश व देश के अन्य हिस्सों से आते है। झील से जलकुंभियों के सफाई व छोटे छोटे टापू बनाए जाने के बाद इनकी संख्या में जो कमी आ रही थी उसमें वृद्धि होने के आसार है। सांतरागाछी झील में प्रति वर्ष इन विदेश से आने वाले पक्षियों के लिए भारी भीड़़ उमड़ती है। स्थानीय पार्षद व मेयर इन कॉन्सिल सदस्य नसरीन खातून ने बताया कि झील में जो संस्था काम कर रहे हैं। वह कार्य स्वागत योग्य है। पक्षियों के आगमन का समय भी हो गया है।
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