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कोलकाता

अस्पताल में अपनों को तलाशती बदहवास आंखें

कोई अपने मित्र की खबर न मिल पाने के लिए हताश, तो कोई एसएसकेएम में भर्ती भाई की कुशलक्षेम जानने को आतुर, मौत से जूझ रही कई जिंदगियों को बचाने की कोशिशमाजेरहाट फ्लाईओवर माजेरहाट फ्लाईओवर हादसा—एसएसकेएम अस्पताल में पत्रिका की पड़ताल

कोलकाताSep 05, 2018 / 04:23 pm

Shishir Sharan Rahi

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अस्पताल में अपनों को तलाशती बदहवास आंखें

कोलकाता (शिशिर शरण राही). माजेरहाट फ्लाईओवर हादसे में घायल अपनों को तलाशती बदहवास आंखें। भावुक कर देने वाला यह नजारा था पीजी अस्पताल या एसएसकेएम के रूप में मशहूर सेठ सुखलाल कर्णानी मेमोरियल अस्पताल में मंगलवार रात का। माजेरहाट फ्लाईओवर हादसे में गंभीर रूप से घायलों के बारे में जानकारी लेने वालों की मदद करने के दौरान यहां धर्म-जाति की सारी बेडिय़ां दरकिनार हो गई और सांप्रदायिक सद्भाव का माहौल दिखाई पड़ा। कोई अपने मित्र की खोज-खबर न मिल पाने के लिए हताश-उदास था, तो कोई एसएसकेएम में भर्ती अपने भाई की कुशलक्षेम जानने के लिए आतुर। माजेरहाट फ्लाईओवर हादसे में गंभीर रूप से घायल 9 लोगों को एसएसकेएम अस्पताल के इमरजेंसी में भर्ती कराया गया, जिसमें से कई की हालत गंभीर है। इन सबके बीच एसएसकेएम अस्पताल कई जिंदगियों को बचाने की कोशिश जारी है।
–सपने में भी नहीं सोचा था कि दिल्ली निवासी मित्र की यात्रा अमंगलकारी होगी

नई दिल्ली से कोलकाता के दौरे पर मंगलवार को आए दर्शन खेत्री ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि यह यात्रा उनके लिए अमंगलकारी साबित होगी। माझेरहाट हादसे में घायल दर्शन के कोलकाता निवासी मित्र इमरान मुनीर ने पत्रिका संवाददाता के सवालों के जवाब में यह जानकारी दी। अपने मित्र की कोई जानकारी न मिलने के बाद हताशा भरे स्वर में इमरान ने कहा कि फोन पर दर्शन ने उनसे बात की थी। रूंधे गले से दर्शन ने इमरान को बताया था कि हादसे के बाद उसे एंबुलेंस से किसी अस्पताल ले जाया जा रहा है। बातचीत के दौरान दर्शन के रोने से इमरान बहुत दुखी हो गया था और इस आस में यहां आया कि शायद उसकी कोई जानकारी मिले। पर काफी मशक्कत के बाद भी उसके मित्र के बारे में कुछ पता नहीं चला। इमरान ने कहा कि मंगलवार को ही दिल्ली से दर्शन कोलकाता आया था। एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती हादसे में घायल मोहम्मद सादिर इस्लाम के भाई हाशीबुल्ल बाबू भी काफी उदास नजर आए। अपने अन्य परिजनों संग यहां भाई के बारे में जानकारी लेने आए बाबू ने बताया कि फिलहाल उन्हें किसी तरह की सूचना नहीं मिल पाई है। हादसे के प्रत्यक्षदर्शी अजीजुल मुल्ला ने कहा कि उनका भी भाई यहां भर्ती है। मुल्ला ने बताया कि मंगलवार शाम लगभग 4 बजे ब्रिज का एक हिस्सा जब अचानक टूट कर गिरा, तो उस समय ब्रिज पर 4 गाड़ी, कई मोटर साइकिल सवार चल रहे थे।
—-पुल गिरा, तो मच गई चीख-पुकार

अचानक ब्रिज के टूटने से सभी हादसे के शिकार हुए। एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी शिशिर चक्रवर्ती का कहना था कि मंगलवार शाम अचानक पुल टूट कर गिर गया, जिससे लोगों में चीख पुकार मच गई। घटना स्थल पर मोटर साइकिल सहित अन्य गाडिय़ां पड़ी हैं। उन्होंने पुल के नीचे कई लोगों के फंसे होने की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि एकाएक हुए हादसे में पुल से गुजर रहे यात्री बस और कई छोटे वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। पुल का अधिकतर मलबा रेल लाइन किनारे बने नाले में गिरने से बड़ा हादसा टल गया। हादसे के समय लोक निर्माण विभाग की ओर से ठेकेदार संस्था के श्रमिक मरम्मत कार्य कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पुल के नीचे बड़ी संख्या में मजदूर रहते हैं और पुल टूट कर गिरने से उनके दबे रहने की आशंका है।
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