scriptशुभेन्दु अधिकारी ने दिया सरकार और तृणमूल छोडऩे का संकेत | Shubhendu Adhikari indicated to leave government and Trinamool | Patrika News

शुभेन्दु अधिकारी ने दिया सरकार और तृणमूल छोडऩे का संकेत

locationकोलकाताPublished: Oct 31, 2020 06:29:54 pm

Submitted by:

Manoj Singh

लंबे समय से सरकार, तृणमूल कांग्रेस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से दूरी बनााए रखने वाले राज्य के परिवहन मंत्री शुभेन्दु अधिकारी के एक बयान को उनके पार्टी और सरकार से बाहर होने का संकेत माना जा रहा है। साथ ही राजनीतिक गलियारे में इसको लेकर एक बार फिर अटकले तेज हो गई हैं।

शुभेन्दु अधिकारी ने दिया सरकार और तृणमूल छोडऩे का संकेत

शुभेन्दु अधिकारी ने दिया सरकार और तृणमूल छोडऩे का संकेत

राज्य के परिवहन मंत्री के सरकार और तृणमूल से बाहर होने की अटकले तेज
कोलकाता
लंबे समय से सरकार, तृणमूल कांग्रेस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से दूरी बनााए रखने वाले राज्य के परिवहन मंत्री शुभेन्दु अधिकारी के एक बयान को उनके पार्टी और सरकार से बाहर होने का संकेत माना जा रहा है। साथ ही राजनीतिक गलियारे में इसको लेकर एक बार फिर अटकले तेज हो गई हैं।
पिछले दिनों गत बुधवार को पूर्व मेदिनीपुर के दिवालिया में अपने समर्थकों की ओर से आयोजित विजया दशमी सम्मेलन के दौरान शुभेन्दु अधिकारी ने कहा कि लोगों के लिए काम करने के लिए किसी पद और किसी की अनुमित की जरूरत नहीं होती है। वे कोविद से संक्रमित थे। वे कोलाघाट थर्मल पावर स्टेशन के गेस्ट हाउस में अलग-थलक थे। वहां से ही वे कोरोना से उबरे हैं। कोलाघाट ने उन्हें नया जीवन दिया है।
उनकी ऐसी विचारोत्तेजक टिप्पणी को लेकर राजनीतिक गलियारे में तरह-तरह के अटकले तेज हो गई हैं। राजनीतिक पंडित उनके इस बयान को ममता बनर्जी की सरकार से और तृणमूल कांग्रेस से बाहर होने का संकेत मान रहे हैं। साथ ही यह कयास लगाया जा रहा है कि ममता बनर्जी से घोर नाराज चल रहे शुभेन्दु अधिकारी जब कभी भी पार्टी और सरकार, दोनों छोड़ सकते हैंं। उल्लेखनीय है कि ममता बनर्जी की ओर से शुभेन्दु अधिकारी को हटा कर अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी को तृणमूल युवा कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद से वे मुख्यमंत्री से नाराज हैं और वे सरकार के साथ ही पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले रहे हैं।
उस दौरान शुभेन्दु अधिकारी ने अपने विरोधी खेमे के स्थानीय तृणमूल नेताओं पर वार करते हुए कहा कि लॉकडाउन के दौरान उन्होंने कोलाघाट ब्लॉक के लोगों के साथ खड़ा होने की पूरी कोशिश की। उन्होंने दुर्घटना में मारे गए एंबुलेंस चालक और मृत मरीज के परिवार के परिवार की मदद की। वे ये बाते इस लिए कह रहे हैं, क्योंकि लॉकडाउन के दौरान कुछ मतदान पक्षी लॉकडाउन के दौरान लोगों के साथ खड़े नहीं हुए और सिर्फ सजनगाछी बाजार में सस्ते मास्क बांटे हैं। उन्होंने कहा कि वे किसी भी राजनीतिक पार्टी के बारे में नहींं बोल रहे हैं। वे कुछ लोग ऐसा करते हैं। आपको उनसे दूर रहना होगा। सत्य के मार्ग पर, न्याय के मार्ग पर चलना चाहिए। लोगों के लिए काम करने के लिए किसी को परमिट की जरूरत नहीं होती है। यह कोई स्थिति नहीं लेता है। *****

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो