कोलकाता

माझेरहाट ब्रिज हादसे की जांच में ली जाएगी आईआईटी खडग़पुर की मदद

– कोलकाता पुलिस खरीदेगी 3 डी स्कैनर मशीन

कोलकाताSep 13, 2018 / 06:35 pm

Manoj Singh

माझेरहाट ब्रिज हादसे की जांच में ली जाएगी आईआईटी खडग़पुर की मदद

 
एसआईटी ने दो दिन पहले मेट्रो रेल व पीडब्लूडी को पत्र लिख कर कई जानकारी मांगी है। पीडब्लूडी से माझेरहाट ब्रिज का नक्शा व ब्रिज के रखरखाव के बारे में जानकारी मांगी गई है। वहीं मेट्रो रेल से मेट्रो प्रोजेक्ट व पाइलींग के बारे में जानकारी मांगी गई है। एसआईटी इस संस्थाओं द्वारा दी गई जानकारी को खडग़पुर आईआईटी के एक्सपर्ट से साझा कर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगी।
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दक्षिण कोलकाता में बिते 4 सितम्बर को हुए माझेरहाट ब्रिज हादसे की जांच कर रही एसआईटी ,आईआईटी खडग़पुर के एक्सपर्ट की सहायता लेने पर विचार कर रही है। संयुक्त पुलिस आयुक्त प्रवीण त्रिपाठी ने मीडिया को बताया कि ब्रिज की तकनीकि पार्ट के समझने के लिए एक्सपर्ट का सहयोग जरूरी है। लिहाजा खडग़पुर आईआईटी के एक्सपर्ट से सहयोग लेने पर विचार किया जा रहा है। फॉरेंसिक एक्सपर्ट माझेरहाट ब्रिज में इस्तेमाल होने वाले सामग्रियों के नमूनों की जांच कर रहे हैं। इस ब्रिज के नमूनों की जांच करने के लिए एसआईटी दूसरी संस्थाओं के एक्सपर्ट से भी मदद लेना चाहती है। एसआईटी ने दो दिन पहले मेट्रो रेल व पीडब्लूडी को पत्र लिख कर कई जानकारी मांगी है। पीडब्लूडी से माझेरहाट ब्रिज का नक्शा व ब्रिज के रखरखाव के बारे में जानकारी मांगी गई है। वहीं मेट्रो रेल से मेट्रो प्रोजेक्ट व पाइलींग के बारे में जानकारी मांगी गई है। इस संस्थाओं को जल्द से जल्द जानकारी उपलब्ध कराने को कहा गया है। एसआईटी इस संस्थाओं द्वारा दी गई जानकारी को खडग़पुर आईआईटी के एक्सपर्ट से साझा कर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगी।
3 डी स्कैनर मशीन खरीदेगी कोलकाता पुलिस

प्रवीण त्रिपाठी ने बताया कि जांच व सुरक्षा को ध्यान में रखकर ३डी स्कैनर मशीन खरीदने का फैसला कोलकाता पुलिस ने किया है। इस मशीन की कीमत करीब 65 लाख रुपए है। इस मशीन के जरिए किसी भी दुर्घटना की जांच सटिक तरीके से की जा सकती है। माझेरहाट ब्रिज हादसे की जांच के लिए ३ डी स्कैनर मशीन हैदराबाद से मंगाई गयी है। इस मशीन से शनिवार व रविवार को ब्रिज के अलग -अलग हिस्सो की जांच की गई। जांच के अलावा इस मशीन से किसी जगह की सुरक्षा व्यवस्था को अभेद किया जा सकता है। वीआईपीयों की सुरक्षा ३डी स्कैनर मशीन से ही सुनिश्चित की जाती है। राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) घटना की जांच में इस मशीन का उपयोग करती है।
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