कोलकाताPublished: Feb 05, 2019 01:44:25 pm
Jyoti Dubey
कोलकाता नगर निगम की ओर से पार्कों में लगाई गई सौर लाइटें महानगर में बढते प्रदूषण को रोकने में कारगर साबित हो रही हैं। एक शोध के अनुसार दक्षिण व उत्तर कोलकाता के 8 पार्कों में लगी इन लाइटों से उक्त इलाकों में कार्बन-डाइ-ऑकसाइड का परिमाण 5 हजार 883.9 किलोग्राम घटा है।
महानगर में प्रदूषण रोकने में कारगरसाबित हो रही पार्कों में लगी सौर लाइटें
– बिजली के बिलों में भी हो रही है कटौती
कोलकाता. कोलकाता नगर निगम की ओर से पार्कों में लगाई गई सौर लाइटें महानगर में बढते प्रदूषण को रोकने में कारगर साबित हो रही हैं। निगम की ओर से किए गए एक शोध के अनुसार दक्षिण व उत्तर कोलकाता के 8 पार्कों में लगी इन लाइटों से उक्त इलाकों में कार्बन-डाइ-ऑकसाइड का परिमाण 5 हजार 883.9 किलोग्राम घटा है। ऐसा ही रहा तो उक्त इलाकों में एक साल में 70 हजार 606.8 किलोग्राम कार्बन-डाइ-ऑकसाइड के परिमाण में गिरावट आ सकती है। यही नहीं पार्कों में बिजली की लाइटों की जगह सौर ऊर्जा की लाइटों का इस्तेमाल होने से बिजली के बिलों में भी भारी कटौती हुई है। निगम के एक अधिकारी नेे बताया कि सौर ऊर्जा के इस्तेमाल से शहर के पार्कों की लाइटों से आने वाले बिजली बिलों में 65-70 प्रतिशत की कमी आई है। एक ओर जहां इसकी वजह से निगम के विभागीय अधिकारी को राहत मिली है, वहीं निगम के विभागीय अधिकारी जल्द ही शहर के दूसरे सभी पार्कों में सौर ऊर्जा के इस्तेमाल पर जोर दे रहे हैं। निगम के एक अधिकारी ने बताया कि शहर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सालों पहले ही पर्यावरणविदों ने इससे बचने के लिए बिजली के इस्तेमाल पर रोक लगाने की सलाह दी थी। साथ ही उन्होंने इसके विकल्प में सौर ऊर्जा के इस्तेमाल को बढ़ाने का आग्रह किया था। पर्यावरणविदों के उन्हीं बातों को मद्देनजर रखते हुए निगम ने प्रयोगात्मक तौर पर शहर के कॉलेज स्क्वायर पार्क, देशप्रिय पार्क, मोहिनी कुंज, जतीन दास पार्क सह शहर के 8 पार्कों में सौर ऊर्जा पर चलने वाली लाइटों को लगाया। उसके कुछ दिनों बाद उक्त पार्क संलग्न इलाकों में पर्यावरणविदों की सहायता से एक महीने तक शोध किया। शोध में सफलता हासिल करने के बाद अब शहर के सभी पार्कों में ये लाइटें लगाने को लेकर निगम में चर्चा की जा रही है।