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ईश्वर की अनुपम देन है गीत-संगीत: प्रदीप चोपड़ा

locationकोलकाताPublished: Nov 24, 2021 12:18:46 pm

Submitted by:

Rabindra Rai

गीत संगीत ईश्वर की अनुपम देन है। संगीत हमें सुकून देता है। हम संगीत के जरिए तनावों से मुक्ति पा सकते हैं। यह कहना है पीएस ग्रुप तथा इंस्टीट्यूट ऑफ लीडरशिप, एंट्रेफ्रेंयूशिप एंड डेवेलपमेंट (आईलीड) के चेयरमैन प्रदीप चोपड़ा का। राजस्थान के बीकानेर के मूल निवासी चोपड़ा बहुआयामी प्रतिभा के धनी हैं।

ईश्वर की अनुपम देन है गीत-संगीत: प्रदीप चोपड़ा

ईश्वर की अनुपम देन है गीत-संगीत: प्रदीप चोपड़ा

तनावों से मुक्ति पा सकते हैं संगीत के जरिए
रवीन्द्र राय
कोलकाता. गीत संगीत ईश्वर की अनुपम देन है। संगीत हमें सुकून देता है। हम संगीत के जरिए तनावों से मुक्ति पा सकते हैं। यह कहना है पीएस ग्रुप तथा इंस्टीट्यूट ऑफ लीडरशिप, एंट्रेफ्रेंयूशिप एंड डेवेलपमेंट (आईलीड) के चेयरमैन प्रदीप चोपड़ा का। राजस्थान के बीकानेर के मूल निवासी चोपड़ा बहुआयामी प्रतिभा के धनी हैं। एक कामयाब व्यवसायी, शिक्षक, लेखक के बाद अब वे गायन और अभिनय जगत में नाम कमा रहे हैं।

अभिनय के क्षेत्र में उतरे
चोपड़ा अब फिल्मी अभिनय क्षेत्र में उतर चुके हैं। पहली हिन्दी फिल्म ‘बिफोर यू डाई’ बनाई जा रही है, इसमें चोपड़ा अभिनेत्री के पिता की भूमिका निभा रहे हैं। 4 फरवरी 2022 को हिंदी भाषा में यह फिल्म एक साथ देश भर के सिनेमा हॉल में रिलीज की जाएगी।

कैंसर महामारी पर आधारित
‘बिफोर यू डाई’ फिल्म मुख्यत: कैंसर पर आधारित है। दरअसल चोपड़ा की मां कैंसर से पीडि़त थी। डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए थे। आखिरकार एक दिन मां चल बसी। कैंसर मरीज और परिजन किस कैसी समस्याओं और परेशानियों से जूझते हैं। उन पर क्या बीतती है, यह सब फिल्म में दर्शाया गया है।

संगीत से अटूट नाता
चोपड़ा का संगीत से अटूट नाता है। वे स्कूल में प्रार्थना के दौरान हारमोनियम बजाते तथा भजन गाते थे। रियल इस्टेट व्यवसाय से जुडऩे के बाद भी चोपड़ा ने शिक्षक की भूमिका निभाई। कई कॉलेजों, डिग्री कालेजों में शौक से छात्रों को पढ़ाया। वे अलग-अलग विषयों पर करीब 30 पुस्तकें लिख चुके हैं। उनकी पुस्तकों में जागरूकता का संदेश मिलता है तो जिंदगी जीने की कला की सीख भी मिलती है। यूट्यूब पर उनके करीब 30 गाने हैं।

महत्वाकांक्षी अभियान
चोपड़ा ने शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए आईलीड शिक्षण संस्थान की स्थापना की। बड़ी संख्या में छात्र इस संस्थान से अलग-अलग क्षेत्र में डिग्रियां हासिल कर चुके हैं। अब उन्होंने आईलीड के बैनर तले लोगों को पुस्तकें पढऩे की तरफ आकर्षित करने के लिए एक महत्वाकांक्षी अभियान शुरू किया है। आईलीड के माध्यम से कोलकाता के कोने-कोने में पुस्तकालयों की स्थापना की जा रही है।

फिल्म का हब बनाना लक्ष्य
चोपड़ा ने बताया कि देश के फिल्म निर्माण, एनीमेशन, पटकथा लेखन, संगीत, पोशाक डिजाइनिंग के क्षेत्र में बंगाल एक महत्वपूर्ण भूमिका में नजर नहीं आता है। इसका कारण पर्याप्त संसाधन आधार के अलावा उद्यमशीलता की भावना की कमी है। हमारा लक्ष्य कोलकाता को एक अच्छा प्रोडक्शन सेंटर, फिल्म का हब बनाना भी है।

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