हकीम ने मंच किया साझा राज्य के परिवहन मंत्री और कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के मेयर फिरहाद हकीम भी उद्घघाटन के दौरान मौजूद थे। उन्होंने सौरव और डोना गांगुली के साथ मंच साझा किया। डोना ने कहा कि शुक्रवार शाम अमित शाह के साथ रात्रिभोज के दौरान राजनीति पर चर्चा नहीं हुई। सौरव गांगुली ने अपने साथ बैठे हकीम की तारीफ की और कहा कि फिरहाद के पास से कोई भी निराश नहीं लौटता है।
अफवाहों को फिर से हवा दी सौरव ने राजनीति में शामिल होने की बात को खारिज करते हुए दावा किया कि इन अफवाहों में कोई सच्चाई नहीं है। हालांकि, शनिवार की सुबह डोना की टिप्पणी ने इन अफवाहों को फिर से हवा दे दी है। 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले ऐसी अफवाहें थीं कि गांगुली भाजपा के मुख्यमंत्री पद का चेहरा हो सकते हैं लेकिन वैसा नहीं हुआ।
कई नेताओं के करीबी डोना ने दावा किया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उनके परिवार के बहुत करीब हैं। सौरव गांगुली पूर्व मुख्यमंत्री, बुद्धदेव भट्टाचार्य और राज्य के पूर्व नगरपालिका मामलों और वाम मोर्चा शासन में शहरी विकास मंत्री, अशोक भट्टाचार्य के भी करीबी रहे है। सौरव ने व्यावहारिक रूप से यह साबित करने का प्रयास किया कि उनके केन्द्र की मोदी सरकार और राज्य की ममता बनर्जी सरकार से अच्छे संबंध हैं।