स्पेशल ट्रेन: सीएम ममता- रेल मंत्री गोयल आमने-सामने
कोलकाताPublished: May 14, 2020 10:09:36 pm
देश में लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे पश्चिम बंगाल के लोगों को वापस लाने के मुद्दे पर एक बार राजनीति गरमा गई है। ममता सरकार का दावा है कि राज्य सरकार प्रयारसत है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि और 105 स्पेशल ट्रेनों के जरिए राज्यों में फंसे लोगों को लाया जाएगा। उन्होंने गुरुवार को ट्वीटर पर इसकी जानकारी दी। ममता ने ट्वीट कर कहा है कि बंगाल के जो लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हुए हैं, उनको वापस लाने के लिए सरकार की ओर से तैयारी की गई है
स्पेशल ट्रेन: सीएम ममता- रेल मंत्री गोयल आमने-सामने
कोलकाता.
देश में लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे पश्चिम बंगाल के लोगों को वापस लाने के मुद्दे पर एक बार राजनीति गरमा गई है। ममता सरकार का दावा है कि राज्य सरकार प्रयारसत है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि और 105 स्पेशल ट्रेनों के जरिए राज्यों में फंसे लोगों को लाया जाएगा। उन्होंने गुरुवार को ट्वीटर पर इसकी जानकारी दी। ममता ने ट्वीट कर कहा है कि बंगाल के जो लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हुए हैं, उनको वापस लाने के लिए सरकार की ओर से तैयारी की गई है। इसके लिए और 105 स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था की गई है। राज्य सरकारों की सिफारिश पर रेलवे की ओर से स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। ममता ने कहा कि अगले कुछ दिनों में ये ट्रेनें देश के अलग-अलग हिस्सों से बंगाल के लिए चलेंगी। ट्रेन कहां से और कब चलेगी, इसकी जानकारी भी ममता ने अपने ट्वीट में दी। उन्होंने इसके लिए साझा किए गए लिंक पर क्लिक कर टाइमिंग तथा विशेष ट्रेनों के संचालन के बारे में पूरी जानकारी हासिल करने का आग्रह किया है। बंगाल के फंसे लोगों के मुद्दे पर काफी राजनीति हुई थी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखा था। पत्र में कहा था कि दूसरे राज्य में मौजूद बंगाल के मजदूर अपने राज्य आना चाहते हैं, लेकिन राज्य सरकार का रवैया ठीक नहीं है।
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रोज 105 ट्रेन की जरूरत-रेल मंत्री
दूसरी तरफ रेल मंत्री पीयूष गोयल ने सीएम ममता पर वार किया। उन्होंने ट्वीट किया कि बंगाल के प्रवासी श्रमिकों को वापस लाने के लिए रोज 105 ट्रेन की जरूरत है, लेकिन उन्हें दु:ख है कि बंगाल सरकार ने 30 दिन में 105 ट्रेन को अनुमति दी है। वे उम्मीद करते हैं कि देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे बंगाल के भाई-बहनों को वापस लाने के लिए बंगाल सरकार अपनी बाहें फैलाएगी। गोयल ने कहा कि बंगाल के बहुत से प्रवासी मजदूर अपने घर लौटना चाहते है। बंगाल सरकार को अपने प्रवासी मजदूरों और लोगों को वापस बुलाने की व्यवस्था में तेजी लानी चाहिए।