पुलिस सूत्रों ने बताया कि स्कूल सर्विस कमीशन में नौकरी देने के नाम पर दोनों ने ५ अभ्यर्थियों को झांसा देकर कुल ३२ लाख रूपए ठगे थे। प्रत्येक व्यक्ति से ६.५ लाख रुपए लिए गए थे। ठगी का शिकार होने वाले लोगों के नाम जयदेव महतो, पुष्प महतो, सुरेश महतो, मनोज महतो व रमजान अंसारी है। पुलिस ने कि बताया मौमिता भवानीपुर इलाके के सर्कस एवेन्यू की रहने वाली है। वहीं स्वर्णकमल दास पूर्व मिदनापुर के सूताहाटा थाना इलाके के रामपुर का रहने वाला है।
कैसे फंसाते थे जाल में
पुरुलिया पुलिस के सूत्रों ने बताया कि दोनों आरोपी भोले भाले बेरोजगार लोगों का फोन नंबर जुगाड़ते थे। उसके बाद क्रमानुसार उन्हें फोन करके कर कहते थे कि वे स्कूल सर्विस कमीशन के अधिकारी बोल रहे हैं। फिर उनसे कहा जाता कि अगर वे ग्रुप डी पद पर नौकरी पाना चाहते हैं तो ६.५ लाख रुपए दें, उन्हें नौकरी मिल जाएगी। शुक्रवार को मौमिता ने नौकरी के उम्मीदवारों को नियुक्तिपत्र देने के लिए बुलाया था। पांचों अभ्यर्थी वहां पहुंचे। एक-एक कर मौमिता ने सभी को नियुक्ति पत्र देना शुरू किया। एक अभ्यर्थी ने जब नियुक्ति पत्र खोला तो देखा कि उसमें कई गड़बडिय़ां हैं। कुछ संदेह होने पर वहीं विवाद हो गया। पंाचों को समझ आया कि उनके साथ ठगी हुई है।
पुरुलिया पुलिस के सूत्रों ने बताया कि दोनों आरोपी भोले भाले बेरोजगार लोगों का फोन नंबर जुगाड़ते थे। उसके बाद क्रमानुसार उन्हें फोन करके कर कहते थे कि वे स्कूल सर्विस कमीशन के अधिकारी बोल रहे हैं। फिर उनसे कहा जाता कि अगर वे ग्रुप डी पद पर नौकरी पाना चाहते हैं तो ६.५ लाख रुपए दें, उन्हें नौकरी मिल जाएगी। शुक्रवार को मौमिता ने नौकरी के उम्मीदवारों को नियुक्तिपत्र देने के लिए बुलाया था। पांचों अभ्यर्थी वहां पहुंचे। एक-एक कर मौमिता ने सभी को नियुक्ति पत्र देना शुरू किया। एक अभ्यर्थी ने जब नियुक्ति पत्र खोला तो देखा कि उसमें कई गड़बडिय़ां हैं। कुछ संदेह होने पर वहीं विवाद हो गया। पंाचों को समझ आया कि उनके साथ ठगी हुई है।
(कासं)