कोलकाता

पुलिस हिरासत में अनुसूचित जनजाति युवक को इतना पीटा कि आयोग ने बंगाल के मुख्य सचिव और डीजीपी को भेजा नोटिस

National human Rights commission ने पुश्चिम बंगाल के Chief Secretary राजीव सिन्हा और DGP बीरेन्द्र को नोटिस जारी किया है। आयोग ने दोनों से पुलिस हिरासत में Scheduled tribes के युवक को बेरहमी से पीट कर अधमरा करने के मामले में report देने का निर्देश दिया है।

कोलकाताNov 24, 2019 / 05:39 pm

Manoj Singh

पुलिस हिरासत में अनुसूचित जनजाति युवक को इतना पीटा कि आयोग ने बंगाल के मुख्य सचिव और डीजीपी को भेजा नोटिस

मांगा पीड़ित की स्वास्थ्य और जिम्मेदार पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई रिपोर्ट
कोलकाता
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पुश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बीरेन्द्र को नोटिस जारी किया है। आयोग ने दोनों से पुलिस हिरासत में अनुसूचित जनजाति के युवक को बेरहमी से पीट कर अधमरा करने के मामले में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। आयोग ने राज्य के दोनों अधिकारियों से पीडि़त व्यक्ति की स्वास्थ्य रिपोर्ट भी देने का निर्देश दिया है।
गोआलतोड़ थाने की पुलिस ने 14 नवंबर को पश्चिम मेदिनीपुर जिला के जोगाडड़ांगा के रहने वाले अनिसुची जनजाति समुदाय के जीतेन लोहार को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि पुलिस हिरासत में उन्हें बेरहमी से पीटा गया। मानवाधिकार आयोग को की गई शिकायत में जीतेन लोहार को पुलिस हिरासत में बूरी तरह से पीटने के लिए गोआलतोड़ थाने के पुलिस इंस्पेक्टर सुजन राय को जिम्मेदार ठहराया गया है।
भाजपा सांसद सौमित्र खां, निशिथ प्रमाणिक, ज्योतिर्मय सिंह महतो डॉ. सुकात मजुमदार एवं डॉ. जयंत कुमार रॉय ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से जीतेन लोहार को पुलिस हिरासत मेें पीटने की शिकायत की। इनकी शिकायत पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी को नोटिस जारी किया है।
मानवाधिकार ने उक्त दोनों अधिकारियों को दो सप्ताह में जीतेन लोहार के स्वास्थ्य संबंधित रिपोर्ट मांगी है। साथ ही आयोग ने यह भी रिपोर्ट देने को कहा है कि आरोपी पुलिस अधिकारी के खिलाफ क्या कार्रवार्ई की गई है और राज्य सरकार की तरफ से पीडि़त को मुआवजा दिया गया है या नहीं।
प्रदेश भाजपा के महासचिव राजू बनर्जी ने शनिवार को आरोप लगाया कि बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं पर तृणमूल कांग्रेस के साथ पुलिस का अत्याचार बढ़ता ही जा रहा है। राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस का पक्ष लेते हुए पुलिस भाजपा कार्यकर्ताओं को झूठे मामलों में फंसा रही है। कुछ दिन पहले ही पश्चिम मेदिनीपुर जिले के दांतन में भाजपा कार्यकर्ता बरसा हांसदा की हत्या कर शव को पेड़ से लटका दिया गया था। यह काम तृणमूूल कांग्रेस का ही था।

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