खबर मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं इस सनसनीखेज घटना को सुलझाने के लिए लालबाजार के खुफिया विभाग के अधिकारी भी घटनास्थाल पर पहुंचे थे। घटनास्थल से खून से सनी एक ईंट भी बरामद की गई। जिसके बाद जांच में जुटी पुलिस ने महज चंद घंटों के अंदर ही हत्यारों को दबोच लिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार इस मामले में बुधवार की सुबह मृतक के 4 संदिग्ध साथियों को गिरफ्तार किया गया था। सख्ती से पूछताछ के दौरान उन चारों में से ३ ने हत्या को अंजाम देने की बात को स्वीकार कर लिया है। पुलिसिया पूछताछ में आरोपियों से मिली जानकारी के अनुसार गत मंगलवार की रात को गौतम इन्हीं 3 दोस्तों के साथ था। उन्होंने अपने एक परिचति से रुपए उधार में लेकर इस दिन मछली और शराब खरीदे थे। रात को घटनास्थल से सटे खाली मैदान में वे पार्टी कर रहे थे। इसी दौरान शराब के नशे में गौतम और उनके बीच किसी मुद्दे को लेकर विवाद छिड़ गया।
यह विवाद इतना बढ़ गया कि सभी लड़ते-लड़ते उक्त दुकान के पास पहुंचे और वहीं उन्होंने एक बड़े ईंट से कई बार वार कर उसकी हत्या कर दी। शव की पहचान छुपाने के लिए चेहरे को भी कुचल दिया। इसके बाद वे वहां से भाग निकले। पुलिस इस मामले में उक्त आरोपियों से पूछताछ कर मामले के तह तक जाने की कोशिश कर रही है।
– कई सालों बाद फिर लौटा स्टोनमैन का आतंक
बुधवार की सुबह स्टोनमैन की तर्ज पर गौतम की हत्या का मामला प्रकाश में आते ही शहरवासियों में हलचल मच गई। लोग आतंकित हो गए, पुरानी यादों ने उन्हें झकझोर दिया। उल्लेखनीय है कि पत्थर या ईंट से सिर कुचलकर हत्या करने का मामला कोलकाता में नया नहीं है। बल्कि 1989 में स्टोनमैन के आतंक से शहरवासी थर्र-थर्र कांपते थे। 1989 के जून महीने से कोलकाता में पत्थर या ईंट से सिर कुचलकर हत्या करने का सिलसिला शुरू हुआ था। इस दौरान लगभग ६ महीने के अंदर 13 जनों की हत्या कोलकाता में हुआ थी, लेकिन पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने में कामयाब नहीं हुई थी। आज तक उन मृतकों के हत्यारों का सही से कुछ पता नहीं चला है।