इस योजना के तहत बैंकों ने वित्त वर्ष 2015-16 में 15149 करोड़ रुपए से अधिक ऋण दिया है। जबकि चालू वर्ष के प्रथम तिमाही में विभिन्न बैंकों ने उक्त योजना के तहत छोटे व्यवसायियों को1902 करोड़ रुपए कर्ज दिया है।
मुद्रा ऋण से 16 प्रतिशत एनपीए बढ़ा : यूबीआई के महाप्रबंधक (कॉरपोरेट व एमएसएमई) कपूर ने कहा कि मुद्रा ऋण से नॉन परफॉरमिंग एसेट (एनपीए) में वृद्धि हुई है।
इस कारण 15 से 16 प्रतिशत एनपीए बढ़ा है। केन्द्र सरकार ने जमीनी स्तर के उद्यमियों को साहूकारों के चंगुल से छुड़ाने के लिए मुद्रा योजना शुरू की है। इसके तहत छोटे व्यवसायियों को 50 हजार से ले कर 10 लाख रुपए तक कर्ज दिया जाने का प्रावधान है।
राज्य नहीं कर रहा मदद : एनके कपूर ने कहा कि बंगाल में ठीक से कर्ज वसूली नहीं हो पा रहा है। इसमें बैंकों को राज्य सरकार की मदद नहीं मिल रही है। राज्य के कलेक्टर या दूसरे प्रशासनिक अधिकारी ऋण वापस लेने में बैंकों की उतनी मदद नहीं कर रहे, जितनी मदद करनी चाहिए।
मुद्रा प्रोत्साहन अभियान आज
यूबीआई के महाप्रबंधक (कॉरपोरेट व एमएसएमई) कपूर ने बताया कि मुद्रा योजना के तहत छोटे व्यवसायियों को मुद्रा बैंक से ऋण लेने के लिए महानगर के साइंस सिटी मेें एक दिवसीय मुद्रा प्रोत्साहन अभियान का आयोजन किया गया है। इस एक दिवसीय अभियान का उद्घाटन केन्द्रीय पेयजल राज्यमंत्री और स्वच्छता राज्य मंत्री एसएस अहुलिवालिया करेंगे।