—क्या है सारधा घोटाला? सारधा घोटाला पश्चिम बंगाल का एक बड़ा आर्थिक घोटाला तथा राजनीतिक काण्ड है। सारधा ग्रुप का चेयरमैन सुदीप्त सेन गिरफ्तार होने के बाद जेल में है और उसकी कंपनी के 34 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है। बंगाल की चिटफंड कंपनी सारधा ग्रुप ने आम लोगों को उनके पैसे को दोगुने करने का झांसा देकर कई लुभावन ऑफर दिए थे। सागौन से जुड़े बॉन्ड्स में निवेश से 25 साल में रकम 34 गुना करने का ऑफर देने सहित आलू के कारोबार में निवेश के जरिए 15 महीने में रकम दोगुना करने का सब्जबाग दिखाया गया। 10 लाख लोगों से पैसे लिए गए और जब रकम लौटाने की बारी आई तो करीब 20 हजार करोड़ रुपए लेकर दफ्तरों पर ताला लगा दिया गया। पश्चिम बंगाल में हुए सारधा चिटफंड घोटाले को देश में हुए बड़े घोटालों में से एक कहा जा सकता है। शारदा घोटाले का खुलासा इस साल की शुरुआत में हुआ था। पश्चिम बंगाल में हुए शारदा चिटफंड घोटाले देश में हुए बड़े घोटालों में से एक कहा जाता है। बंगाल पुलिस और ईडी की संयुक्त जांच रिपोर्ट के मुताबिक इसमें 2,460 करोड़ रुपए तक का घोटाला होने का अनुमान है और 80 फीसदी जमाकर्ताओं को भुगतान किया जाना बाकी। इस ग्रुप की 3 स्कीमों एफडी, आरडी और मंथली इनकम डिपॉजिट स्कीम के जरिए पैसों की हेराफेरी की गई। निवेशकों को 476.57 करोड़ रुपए का ही भुगतान हुआ। निवेशकों की ओर से अब तक 560 शिकायतें दाखिल की गईं।