लखनऊ/कोलकाता. नोटबंदी को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला जारी रखा। मोदी को तुगलक और हिटलर से भी ज्यादा तानाशाह शासक बताते हुए ममता ने कहा कि नोटबंदी वापस लो नहीं तो मोदी वापस जाओ। तृणमूल प्रमुख ने मोदी पर नोटबंदी के जरिए जनता के संवैधानिक अधिकारों का हनन करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि जनता अपने ही खून-पसीने की कमाई का इस्तेमाल नहीं कर पा रही है। ममता लखनऊ में समाजवादी पार्टी के साथ नोटबंदी के खिलाफ आयोजित रैली को संबोधित कर रही थीं।
पहले अमित शाह से मांगे हिसाब
ममता ने कहा कि अपने सांसदों और विधायकों के बैंक खातों का हिसाब मांगने वाले मोदी को इसकी शुरुआत भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से करनी चाहिए। छुपा रुस्तम बनकर जनता के धन पर धावा बोलने वाले पीएम आने वाले वक्त में लोगों की जमीन और घर भी छीन लेंगे। नोटबंदी को बड़ा घोटाला और ‘ब्लैक इमर्जेंसी’ करार देते हुए ममता ने इसके खिलाफ अभियान को जन-आंदोलन बनाने का आह्वान किया। ममता ने कहा कि मोदी ने विदेश से कालाधन लाने का वादा किया था, वह तो पूरा नहीं हुआ और कोई योजना बनाए बगैर देश की गरीब जनता को बेरोजगारी, भुखमरी और दुश्वारियों की आग में झोंक दिया।
नोटबंदी पूरे देश का मसला है, इसे लेकर संसद में पूरा विपक्ष एकजुट है और यूपी में तृणमूल कांग्रेस और सपा एक साथ आए हैं। उन्होंने रैली के आयोजन में अपने मंत्रियों को भेजने के लिए यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश सिंह यादव का आभार व्यक्त किया।
ममता आज पटना में देंगी धरना
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नोटबंदी के खिलाफ बुधवार को पटना में धरना पर बैठेंगी। मंगलवार की शाम वह पटना पहुंचीं। पार्टी सांसद मुकुल राय ने पत्रकारों को बताया कि नोटबंदी वापस लो की मांग को लेकर ममता बनर्जी ने संसद भवन से राष्ट्रपति भवन तक मार्च किया था। विभिन्न राज्यों की राजधानी में धरना पर बैठने का उनका कार्यक्रम है। ममता बनर्जी की दो दिनों पहले लालू प्रसाद से इस संबंध में बात हुई थी। ममता बनर्जी दो बजे धरना स्थल गर्दनीबाग पहुंचेंगी। सभा को संबोधित करेंगी। राय ने कहा कि नोटबंदी के 21 दिनों बाद भी लोगों की समस्याएं कम नहीं हुई हैं।