कोलकाता. पार्क स्ट्रीट गैंगरेप कांड के मुख्य आरोपी कादेर खान और उसका सहयोगी अली सोशल नेटवर्किंग साइट ‘फेसबुक’ पर फेक नाम का प्रोफाइल बना कर अपने परिजनों और रिश्तेदारों के साथ बातचीत करते थे।
फेसबुक पर बातचीत के लिए कोड वर्ड जैसे- मेहमान को समान चाहिए, मेहमान को समान मिल गया है, का इस्तेमाल करते थे। फेसबुक पर प्रोफाइल फोटो भी दूसरे का लगाते थे। कोलकाता पुलिस दोनों के उक्त फेकबुक को खंगाल कर यह जानने का प्रयास कर रही है कि ये किन-किन लोगों से बातचीत करते थे। साथ ही कड़ाई के साथ पूछताछ की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार अब तक की पूछताछ में कादेर ने रेप करने का गुनाह नहीं कबूला है। इसके अलावा रिवाल्वर का भय दिखाने के आरोप को भी झूठा बताया है। कादेर ने कहा कि वारदात की रात उसके पास रिवाल्वर नहीं थी। रेप भी नही किया गया था। केवल छेड़छाड़ एवं अश्लील हरकतें की थी। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार शुक्रवार की रात पुलिस ने कादेर और अली को साथ लेकर घटना की नाट्य रुपांतर किया है।
उल्लेखनीय है कि 5 फरवरी 2012 को पार्क स्ट्रीट इलाके में एक इंग्लो-इंडियन महिला के साथ चलती कार में गैंगरेप किया गया था। हवस की भूख मिटाने के बाद महिला को चलती कार से फुटपाथ पर फेंक दिया गया था। उक्त मामले में तीन लोग 10 साल कैद की सजा काट रहे हैं।
कादेर और अली वारदात के बाद से फरार थे। गुरुवार रात दोनों को ग्रेटर नोएडा इलाके से पुलिस ने गिरफ्तार किया था। दोनों फिलहाल कोलकाता पुलिस के पास रिमाण्ड पर हैं।