scriptकाली कमाई को कोयले से सफेद करने का सुराग | Teacher recruitment scam: Wires also connect with coal business | Patrika News

काली कमाई को कोयले से सफेद करने का सुराग

locationकोलकाताPublished: Aug 08, 2022 12:26:10 am

Submitted by:

Rabindra Rai

पार्थ चटर्जी और अर्पिता की काली कमाई के तार कोयले के धंधे से भी जुड़ते जा रहे हैं। ईडी की जांच में घोटाले की अथाह रकम कोयले के कारोबार में लगी कागजी कंपनियों में लगाए जाने का सुराग मिला है। ईडी ने इसी तरह की एक कंपनी का ब्योरा पहले ही अदालत में सौंपा है।

काली कमाई को कोयले से सफेद करने का सुराग

काली कमाई को कोयले से सफेद करने का सुराग

पूर्व मंत्री पार्थ ने कमोड पर बैठ कर काटी रात तब मिला जेल में बेड
शिक्षक भर्ती घोटाला: पैर में सूजन के बाद चिकित्सक ने की सिफारिश
कोलकाता. करोड़ों रुपए के शिक्षक भर्ती घोटाले के आरोपी पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी को प्रेसीडेंसी जेल में आखिरकार बेड मिल गया। इसके लिए उन्हें सारी रात कमोड पर बैठकर गुजारनी पड़ी। जिसके बाद पैर में आई सूजन को देखते हुए जेल के चिकित्सक ने उनके लिए बेड की सिफारिश की। वहीं अलीपुर जेल में बंद मामले की आरोपी अर्पिता मुखर्जी जमीन पर कंबल डालकर सोने की कोशिश करती रही लेकिन सारी रात नींद नहीं आई, बीच बीच में अपने सेल में इधर उधर घूमती रही। उसे अब तक बेड नसीब नहीं हुआ है।

उठते समय खासी तकलीफ
जेल सूत्रों ने बताया कि शनिवार की रात पार्थ चटर्जी ने पहले जमीन पर बैठने की कोशिश की। बैठ तो गए लेकिन उठते समय उन्हें खासी तकलीफ हुई। आधी रात के बाद वे सेल नंबर दो में ही बनाए गए कमोड के ऊपर जा बैठे। जहां उन्हें झपकी लेते भी देखा गया। सुबह उनकी जांच करने जेल के चिकित्सक आए। उनका स्वास्थ्य सामान्य पाया गया। लेकिन पैर में सूजन को देखते हुए जब उनसे इसका कारण पूछा गया तो उन्होंने बीती रात के अनुभव बताए और बेड या चेयर दिलवाने का आवेदन किया।

पड़ोस में हैं आतंकी और माओवादी
प्रेसीडेंसी जेल के जिस सेल में पूर्व मंत्री को रखा गया है उसके पड़ोसी सेल में आतंकी आफताब अंसारी और पूर्व माओवादी नेता छत्रधर महतो बंदी हैं। डीआईजी (जेल) अरिंदम सरकार ने जेल अधीक्षक देबाशीष चक्रवर्ती के साथ प्रेसीडेंसी के विभिन्न वार्डों का निरीक्षण किया। पार्थ की कोठरी के सामने सीसीटीवी नहीं थे। मुख्यालय के आदेश पर सुरक्षा को देखते हुए पार्थ की कोठरी के सामले सीसीटीवी कैमरा लगा दिया गया।

तार कोयले के धंधे से भी जुड़ते
पार्थ चटर्जी और अर्पिता की काली कमाई के तार कोयले के धंधे से भी जुड़ते जा रहे हैं। ईडी की जांच में घोटाले की अथाह रकम कोयले के कारोबार में लगी कागजी कंपनियों में लगाए जाने का सुराग मिला है। ईडी ने इसी तरह की एक कंपनी का ब्योरा पहले ही अदालत में सौंपा है। जांच अधिकारियों के मुताबिक इन कागजी कंपनियों के सहारे काली कमाई वापस पार्थ चटर्जी के परिवार और अर्पिता के पास पहुंच गई। मिली जानकारी के मुताबिक वर्ष 2017 तक अनंत टेक्स फैब प्राइवेट लिमिटेड के 100 प्रतिशत शेयर पार्थ चट्टोपाध्याय की पत्नी और बेटी- दामाद के पास थे। कंपनी के दस्तावेजों के अनुसार इसके निदेशक मृणमय मालाकार और रनेश कुमार सिंह हैं। मृणमय ने ईडी अधिकारियो ंको बताया है कि वह अनंत टेक्स फैब समेत तीन कंपनियों के निदेशक नहीं हैं। हालांकि उसने यह स्वीकार किया है कि उसके कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने उनसे कई कागजातों पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा था। मृणमय के मुताबिक वे गत 17 वर्षों से कोल ट्रेडिंग करने वाली कंपनी के कार्यालय में काम करते हैं। कंपनी कोलियरियों से कोयला खरीद कर उसे बेच देती है। ईडी के अधिकारियों को इस बात का शक है कि अनंत टेक्स का करोड़ों का लेनदेन दिखावटी है।

विधायक पद से इस्तीफा नहीं देना चाहते
वहीं दिन में पार्थ से उनकी वकील मिलने आई। दोनों के बीच अगली पेशी के दौरान अपनाई जाने वाली रणनीति पर चर्चा हुई। जेल के अंदर मुलाकात के बाद वकील ने दावा किया है कि पार्थ विधायक पद से इस्तीफा नहीं देना चाहते हैं।

कभी रो रही थी, कभी टहल रही थी अर्पिता
अलीपुर महिला जेल में बंद अर्पिता मुखर्जी शनिवार रात भर अपने सेल में जमीन पर डाले गए कंबल पर सोने की कोशिश करती रहीं। लेकिन वह रात भर ठीक से नहीं सो पाई। वह बीच बीच में बिस्तर छोड़कर उठ जाती। जेल गार्डों के मुताबिक अर्पिता कभी-कभी रो रही थी, और कभी सेल में इधर उधर टहलती रही। इधर, ईडी की ओर से जेल में उसकी सुरक्षा को लेकर चिंता जताने और अदालत की ओर से उसकी सुरक्षा के कड़े इंतजाम के आदेश के बाद जेल प्रबंधन ने उसकी सुरक्षा के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित गार्डों को तैनात किया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो