50 भक्तों की टीम लगातार जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाने में जुटी
प्रत्येक दिन 7 वैन इस्कॉन मुख्यालय से पका हुआ प्रसाद लेकर बाहर निकल जाते है।

मायापुर
लॉकडाउन के बाद से ही मायापुर के इस्कॉन के संतों व भक्तों ने लोगों तक भोजन पहुंचाने का काम किया है। 50 लोगों की एक टीम गत एक महीने से लगातार भोजन तैयार करने में जुटे है। इस भोजन को मजदूरों, काम खो चुके लोग तथा जरूरतमंदों तक पहुंचा रहे है। प्रत्येक दिन 7 वैन इस्कॉन मुख्यालय से पका हुआ प्रसाद लेकर बाहर निकल जाते है। वे पूरे नादिया जिले और यहां तक कि कृष्णानगर शहर के दूरदराज के गांवों में पका भोजन लेकर पहुंच रहे हैं। जिला प्रशासन के समन्वय में, भक्तों के माध्यम से प्रसाद वितरित कर रहे हैं। वरिष्ठ साधु, इस्कॉन के जीबीसी एचएच जयपताका स्वामी का मानना है कि चैतन्य महाप्रभु हमेशा ही दीन-दुखियों की सेवा करके खुश होते थे। आज जो संकट की इस घड़ी है उस दौरान भी इस्कॉन के भक्तों का कर्तव्य भगवान श्री चैतन्य महाप्रभु के मार्ग का अनुसरण करना है।
वर्तमान में इस्कॉन फूड फॉर लाइफ पहल के तहत हाईजेनिक एनवोरमेंट में पकाए गए उच्च गुणवत्ता वाले प्रसाद के साथ प्रत्येक दिन 10000 से अधिक लोगों को खिलाया जाता है। यहां यह उल्लेखनीय है कि इस्कॉन ने भारत में प्रसादम की 2.4 करोड़ से अधिक लोगों में प्रसाद वितरित कर चुकी है। जिन्हें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सराहा गया है। प्रमुख मीडिया प्रभारी सुब्रतो दास ने बताया कि पूर्व चेयरमैन और मेंबर बोर्ड ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर कृष्णानगर म्युनिसिपलिटी की ओर से भी सराहना करते हुए पत्र देकर उत्साह बढ़ाया है।
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