किसी यात्री को कुछ नहीं पता टे्रन की आरक्षित बोगी से महिला के शव की बरामदगी को लेकर कई सवाल उठाए गए हैं? जीआरपी का कहना है कि शव निकालने के दौरान यात्रियों से पूछताछ की गई लेकिन कोई कुछ भी नहीं बता पाया। क्या महिला ट्रेन में अकेली थी? वह अचानक बीमार हो गई तो किसी को मदद के लिए भी नहीं पुकारा। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार महिला रात में बेहोश पड़ी थी। लोगों को लगा कि वह सो रही है इसलिए किसी ने गौर नहीं किया। इस घटना की सूचना लेकटाउन थाने को दी गई है। कुछ यात्रियों का आरोप है कि यात्री सुरक्षा के नाम कर कुछ भी नहीं हो रहा है। ट्रेन के किराए सहित अन्य सेवाओं की लागत में वृद्धि जारी है लेकिन सुरक्षा नाममात्र की भी नहीं है।