कुमार ने बताया कि विदेश भवन के बनने से एक ही छत के नीचे कोलकाता में विदेश मंत्रालय के सभी कार्यालय आ जाएंगे। वर्तमान में कोलकाता में विदेश मंत्रालय के चार कार्यालय हैं, जिनमें क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय (आरपीओ), प्रवासी संरक्षक कार्यालय (पीओई), ब्रांच सेक्रेटेरिएट और आइसीसीआर के क्षेत्रीय निदेशक का कार्यालय है। अभी ये सभी कार्यालय कोलकाता के अलग-अलग हिस्सों में हैं। इनमें सिर्फ आईसीसीआर का अपना विशाल भवन है इसलिए इसको छोड़कर बाकी तीन कार्यालय विदेश भवन में आ जाएंगे। क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी ने बताया कि सभी कार्यालयों के एक ही स्थान से संचालित होने से प्रभावी ढंग से काम हो सकेगा और एक ही जगह पर आम लोगों को सभी सुविधाएं मिलेगी। यहां विदेश मंत्रालय से संबंधित हर काम होंगे।
छह मंजिला होगा भवन
उन्होंने बताया कि विदेश भवन छह मंजिला होगा और यह कार्यालय सह आवासीय कॉप्लेक्स होगा। यानी कार्यालयों के अलावा अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए इसमें आवास भी होगा। पहला विदेश भवन मुंबई में बना था। उन्होंने बताया कि कोलकाता में विदेश भवन बनाने की मंजूरी 2016 में ही मिली थी और इसपर काम शुरू हुआ था। राज्य सरकार के साथ जमीन की खरीदारी आदि की प्रक्रिया में वक्त लगा। केंद्र सरकार की देश के हर राज्य की राजधानी में विदेश भवन बनाने की योजना है।