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बंगाल में चल रही तुष्टीकरण की राजनीति: भाजपा

locationकोलकाताPublished: Sep 26, 2020 11:18:25 pm

Submitted by:

Rajendra Vyas

कैलाश विजयवर्गीय ने की सरकार की आलोचना

बंगाल में चल रही तुष्टीकरण की राजनीति: भाजपा

बंगाल में चल रही तुष्टीकरण की राजनीति: भाजपा

बैरकपुर. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने शुक्रवार को राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि राज्य में तुष्टीकरण की राजनीति चल रही है। न्यू बैरकपुर नगरपालिका के वार्ड 7 और 8 में आयोजित पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्मदिन कार्यक्रम में भाजपा नेता ने कहा कि सिंडिकेट और कटमनी राज खत्म करने तथा बंगाल की संस्कृति को बचाने के लिए राष्ट्रवादी भाजपा सरकार को लाना होगा। उन्होंने दावा किया कि भाजपा अगले विधानसभा चुनाव में 200 से अधिक सीटों के साथ सत्ता में आएगी। विजयवर्गीय ने कहा कि जो लोग किसानों का शोषण कर रहे हैं उनकी दुकानें बंद हो जाएंगी इसलिए वे डर के मारे इस बिल के विरोध में उतर आए हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने वोट बैंक को बरकरार रखने के लिए पूजा समितियों को 50,000 रुपए देने की घोषणा की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल ने बंगाल में एक भी नया कारखाना स्थापित नहीं किया गया, इसलिए शिक्षित बेरोजगार युवाओं को रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि एक समय था जब बंगाल में शिक्षा प्रणाली बहुत उच्च स्तर पर थी। लेकिन वर्तमान सरकार के कार्यकाल में शिक्षा के क्षेत्र में राजनीतिकरण ने शिक्षा प्रणाली में अराजकता पैदा कर दी है।
विद्युत मुखर्जी सांगठनिक महासचिव
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के सांगठनिक महासचिव के तौर पर विद्युत मुखर्जी की नियुक्ति हुई है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की ओर से जारी बयान में यह जानकारी दी गई है। इसमें बताया गया है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विद्युत मुखर्जी की नियुक्ति को हरी झंडी दी है। इससे पहले सुब्रत चटर्जी को यह जिम्मेवारी दी गई थी। उन्हें असम का सांगठनिक महासचिव बना कर भेजा गया है। बंगाल में उनकी जगह संगठन की जिम्मेदारी विद्युत मुखर्जी को दी गई है। विद्युत मुखर्जी को यह जिम्मेदारी देने की घोषणा उस समय की गई है, जब आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत कोलकाता में संघ के विभिन्न स्तर के नेताओं के साथ बैठक करने के बाद यहां से रवाना हुए हैं।
चुनाव से पहले अहम संकेत
वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव के पहले उन्हें यह अहम जिम्मेवारी देना अहम संकेत माना जा रहा है। संघ के अलावा संघ के दूसरे शाखा-संगठनों और हिंदुत्व से जुड़े अन्य संगठनों में भी विद्युत मुखर्जी की गहरी पैठ है। वे संगठन के माहिर हैं। खबर है कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेताओं के साथ गोपनीय मीटिंग की थी। उसके बाद विद्युत मुखर्जी को प्रदेश का संगठन महासचिव बनाया जाना भी बड़ा संकेत है। माना जा रहा है कि भाजपा विधानसभा चुनाव के समय राज्य में और बेहतर प्रदर्शन करने में सफल होगी।
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