कोलकाता.बड़ाबाजार. हावड़ा. राज्य सरकार द्वारा द केरल स्टोरी फिल्म पर प्रतिबंध का विरोध थम नहीं रहा। एक तरफ जहां पीआईएल दायर की जा रही है वहीं दूसरी तरफ विभिन्न संगठनों तथा लोगों द्वारा प्रतिबंध करने का सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा। चौरंगी विधानसभा अंतर्गत भाजपा के तीनों मंडल के कार्यकर्ताओं ने ङ्क्षहद सिनेमा के सामने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने के खिलाफ हाथ में तख्तियां ले कर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष तमाघ्नो घोष, मोहमद शाह आलम, कमलजीत पांडेय, चंदन शाह, पवन पांडेय, काली खटीक, सोनूश्री ङ्क्षसह, स्वरूप रॉय, श्वेता सिन्हा सहित जिला, मण्डल तथा वार्ड स्तर के पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल हुए। उधर हावड़ा में भाजपा (मध्य हावड़ा)मंडल -तीन की ओर से गुरुवार शाम द केरल स्टोरी फिल्म पर रोक के खिलाफ प्रदर्शन किया गया।भाजपा समर्थकों ने विरोध जताया और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इसका नेतृत्व मंडल महासचिव राजेन्द्र पुखियां , बद्री नारायण ङ्क्षसह (पूर्व अध्यक्ष). सचिव ऋषिकेश चौधरी, सुजाता पाण्डेय व स्वीटी साव ने किया। जीटी रोड पर जुलूस के साथ प्रदर्शन किया गया। बद्रीनारायण ङ्क्षसह ने कहा कि राज्य सरकार ने एक पक्ष को खुश करने के लिए बैन लगाया। फिल्म को बनाने वाले बंगाल के ही है।
कोलकाता.बड़ाबाजार. हावड़ा. राज्य सरकार द्वारा द केरल स्टोरी फिल्म पर प्रतिबंध का विरोध थम नहीं रहा। एक तरफ जहां पीआईएल दायर की जा रही है वहीं दूसरी तरफ विभिन्न संगठनों तथा लोगों द्वारा प्रतिबंध करने का सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा। चौरंगी विधानसभा अंतर्गत भाजपा के तीनों मंडल के कार्यकर्ताओं ने ङ्क्षहद सिनेमा के सामने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने के खिलाफ हाथ में तख्तियां ले कर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष तमाघ्नो घोष, मोहमद शाह आलम, कमलजीत पांडेय, चंदन शाह, पवन पांडेय, काली खटीक, सोनूश्री ङ्क्षसह, स्वरूप रॉय, श्वेता सिन्हा सहित जिला, मण्डल तथा वार्ड स्तर के पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल हुए। उधर हावड़ा में भाजपा (मध्य हावड़ा)मंडल -तीन की ओर से गुरुवार शाम द केरल स्टोरी फिल्म पर रोक के खिलाफ प्रदर्शन किया गया।भाजपा समर्थकों ने विरोध जताया और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इसका नेतृत्व मंडल महासचिव राजेन्द्र पुखियां , बद्री नारायण ङ्क्षसह (पूर्व अध्यक्ष). सचिव ऋषिकेश चौधरी, सुजाता पाण्डेय व स्वीटी साव ने किया। जीटी रोड पर जुलूस के साथ प्रदर्शन किया गया। बद्रीनारायण ङ्क्षसह ने कहा कि राज्य सरकार ने एक पक्ष को खुश करने के लिए बैन लगाया। फिल्म को बनाने वाले बंगाल के ही है।