scriptकोरोना की दूसरी लहर बच्चों को बना रही अपना शिकार | The second wave of Corona is making children their prey | Patrika News

कोरोना की दूसरी लहर बच्चों को बना रही अपना शिकार

locationकोलकाताPublished: Apr 13, 2021 12:09:40 am

Submitted by:

MOHIT SHARMA

नया स्ट्रेन पहले से ज्यादा घातक व मजबूत : सजग रहने के लिए किया जा रहा सावधान

कोरोना की दूसरी लहर बच्चों को बना रही अपना शिकार

कोरोना की दूसरी लहर बच्चों को बना रही अपना शिकार

कोलकाता . कोरोना की दूसरी लहर काफी खतरनाक है जो बच्चों को भी अपना शिकार बना रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश के 16 राज्यों में कोविड संक्रमण की दर सबसे अधिक बढ़ी है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इन 18 राज्यों में से 6 में पिछले 10 दिनों में स्थिति खराब हो गई है। महामारी विज्ञानियों का कहना है कि दूसरी लहर में कोरोना का नया स्ट्रेन अधिक घातक मजबूत है और बच्चों को राहत नहीं मिल रही है। पिछला स्ट्रेन ज्यादातर वयस्कों में था लेकिन नए कोरोना का आक्रमण से बच्चे भी प्रभावित हो रहे हैं। पहले से ही बेंगलूरु के एक स्कूल में 400 बच्चे वायरस से संक्रमित हैं। साथ ही देश के कई अन्य राज्यों में बच्चे इस नए स्ट्रेन का शिकार हुए हैं। सबसे भयावह बात यह है कि बच्चों के लिए कोई टीका नहीं है। इसलिए पहले से सावधान रहें। यदि लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत इलाज करें। हार्वर्ड के शोधकर्ताओं ने बताया कि कोरोना के नए स्ट्रेन का प्रभाव बच्चों में बुखार, सिरदर्द, सर्दी और खांसी होने पर ही सजग हो जाए। चेहरे और होठों पर दाने दिखाई दे या फिर बच्चों की आंखें लाल हो रही हैं, उनके होंठ फट रहे हैं, मांसपेशियों में दर्द, थकान, मितली, पेट दर्द आदि इसके लक्षण हैं। दूसरी लहर में पीडि़तों के सीने में सर्दी, खांसी और कफ कारण बनती है लेकिन इस मामले में खांसी की आवाज पहले से अलग है।
प्रशासन करे बेड की व्यवस्था : मन्नान
हुगली . जिले के चांपदानी विधानसभा क्षेत्र से संयुक्त मोर्चा उम्मीदवार अब्दुल मन्नान ने जिले के सीएमओएच को एक पत्र लिखकर कोरोना की दूसरी खतरनाक लहर भयावहता का उल्लेख किया है। पत्र में लिखा की कोविड -19 की दूसरी लहर ने लोगो पर अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। इलाके में मौजूद अधिकांश कोरोना मरीज सरकारी अस्पतालों में बेड की अनुपलब्धता की वजह से गैर सरकारी अस्पतालों का रुख करने पर मजबूर हैं। गैरसकारी अस्पताल में इलाज करवाने में लोग असमर्थ है, पिछली बार श्रीरामपुर के वाल्स , श्रमजीवी ,बेलु मिल्की और एसआई अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए आइसोलेशन विभाग बनाये गए थे। कोरोना संक्रमितों के परिजन उनसे गुहार लगा रहे हैं कि सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त बेड की व्यवस्था की जाए। उन्होने जिला प्रशासन से भी निवेदन किया की कोरोना संक्रमितों के लिए सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त बेड की व्यवस्था की जाए। जल्द से जल्द उचित कदम उठाने का अनुरोध किया। इसके अलावा प्राइवेट नर्सिंग होम को परिपत्र जारी करके कोविड़ वार्ड खोलने का अनुरोध भी किया जाए।
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