आरएसएस और प्रदेश भाजपा ने बंधु प्रकाश पाल को खुद की पार्टी का समर्थक बता कर वारदात के लिए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों को जिम्मेदार ठहराया था।
——- हत्या का कारण
स्कूल शिक्षक विभिन्न बीमा कंपनियों के एजेन्ट के रूप में काम करते थे। उत्पल ने उनसे बीमा कराया था। बीमा की वार्षिक प्रीमियम २४,१६७ रुपए था। कुछ दिन पहले उत्पल ने बीमा के दूसरे प्रीमियम का पैसा दिया था। बंधु प्रकाश ने उसका प्रीमियम जमा नहीं किया। इसे लेकर उत्पल के साथ उनका झगड़ा हुआ था। उत्पल ने अपना पैसा वापस मांगा तो उसे पैसे नहीं दिए। उलटे उसे काफी बुरा-भला कहा, उसे अपनामित किया। अपमान का बदला लेने के लिए उत्पल ने हत्या की साजिश रची।
——- हत्या का कारण
स्कूल शिक्षक विभिन्न बीमा कंपनियों के एजेन्ट के रूप में काम करते थे। उत्पल ने उनसे बीमा कराया था। बीमा की वार्षिक प्रीमियम २४,१६७ रुपए था। कुछ दिन पहले उत्पल ने बीमा के दूसरे प्रीमियम का पैसा दिया था। बंधु प्रकाश ने उसका प्रीमियम जमा नहीं किया। इसे लेकर उत्पल के साथ उनका झगड़ा हुआ था। उत्पल ने अपना पैसा वापस मांगा तो उसे पैसे नहीं दिए। उलटे उसे काफी बुरा-भला कहा, उसे अपनामित किया। अपमान का बदला लेने के लिए उत्पल ने हत्या की साजिश रची।
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पांच मिनट में तीनों को मार डाला पुलिस के अनुसार महज पांच मिनट में उत्पल ने बंधु प्रकाश, उसकी पत्नी ब्यूटी और ६ साल के बेटे को मौत के घाट उतार दिया था। वारदात को अंजाम देने के बाद वह अपनी बहन की सुसुराल भाग गया था। वारदात में इस्तेमाल हथियार (हंसुआ) को वहीं छुपा दिया था।
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पांच मिनट में तीनों को मार डाला पुलिस के अनुसार महज पांच मिनट में उत्पल ने बंधु प्रकाश, उसकी पत्नी ब्यूटी और ६ साल के बेटे को मौत के घाट उतार दिया था। वारदात को अंजाम देने के बाद वह अपनी बहन की सुसुराल भाग गया था। वारदात में इस्तेमाल हथियार (हंसुआ) को वहीं छुपा दिया था।
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यूं खुला राज
जांच के दौरान पुलिस को बंधु प्रकाश पाल के घर से बीमा कंपनी का खून से सना कागजात मिला था। उसे पर उत्पल का नाम था। जांच में पता चला कि एक पॉलिसी का पैसा जमा नहीं करने को लेकर एक सप्ताह पहले उनका उत्पल नामक एक राज मिस्त्री से झगड़ा हुआ था। पुलिस ने जब उत्पल की खोज की तो पता चला कि उत्पल गायब है। इससे पुलिस को कुछ संदेह हुआ। फिर उत्पल की खोज शुरू की। सोमवार रात वह पुलिस के हत्थे चढ़ा। फिर इस वारदात का राज खुला।
जांच के दौरान पुलिस को बंधु प्रकाश पाल के घर से बीमा कंपनी का खून से सना कागजात मिला था। उसे पर उत्पल का नाम था। जांच में पता चला कि एक पॉलिसी का पैसा जमा नहीं करने को लेकर एक सप्ताह पहले उनका उत्पल नामक एक राज मिस्त्री से झगड़ा हुआ था। पुलिस ने जब उत्पल की खोज की तो पता चला कि उत्पल गायब है। इससे पुलिस को कुछ संदेह हुआ। फिर उत्पल की खोज शुरू की। सोमवार रात वह पुलिस के हत्थे चढ़ा। फिर इस वारदात का राज खुला।