scriptबच्चा चोर के संदेह में एक युवक की लोगों ने की थी पिटाई | The victim of a child thief was beaten by the people of a young man | Patrika News

बच्चा चोर के संदेह में एक युवक की लोगों ने की थी पिटाई

locationकोलकाताPublished: Feb 27, 2019 10:55:33 pm

Submitted by:

Rakesh Mishra

अफवाहों पर हो रहीं हिंसा को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाने का दिया गया निर्देश

kolkata

बच्चा चोर के संदेह में एक युवक की लोगों ने की थी पिटाई

कोलकाता. फूलबगान में बच्चा चोर की अफवाह पर हुई सामूहिक पिटाई के मामले में पुलिस मुख्यालय लालबाजार ने स्थानीय थाने से रिपोर्ट मांगी थी। फूलबगान थाना प्रभारी पीयूष कुंडू ने सोमवार शाम को लालबाजार में रिपोर्ट जमा कर दी है। लालबाजार के सूत्रों का कहना है कि रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि घटना की खबर मिलते ही फूलबगान थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई थी और स्थिति को नियंत्रित की थी। हालांकि लालबाजार के वरिष्ठ अधिकारी इससे संतुष्ट नहीं हैं। एक वरीय अधिकारी ने पुलिस की रिपोर्ट पर सवाल भी उठाया है। वरीय अधिकारी के मुताबिक, अफवाहों पर हो रहीं हिंसा को रोकने के लिए कोलकाता पुलिस विभिन्न थाना इलाकों में लोगों को जागरूक करने के लिए प्रचार अभियान चला रही है।
इसके बावजूद कोलकाता में ही इस तरह की घटना का होना स्थानीय प्रशासन की निष्क्रियता को दर्शाता है। वरीय अधिकारी ने बताया कि अफवाह पर हो रही हिंसा को रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन ने इलाके में प्रचार करने के लिए कोई कदम उठाया था या नहीं ? इसकी जांच होगी। उस अधिकारी के मुताबिक, महानगर के कई थाना इलाकों में सही तरीके से व नियमित रूप से प्रचार-प्रसार का अभियान नहीं चल रहा है। लिहाजा फूलबागान की घटना को सामने रख कर सभी थानों को हिदायात दी गई है।
मालूम हो कि हाल ही में दक्षिण २४ परगना जिले में बच्चा चोर की अफवाह पर एक युवक की सामूहिक पिटाई की गई थी। इसके बाद राजाबाजार, आनंदपुर, ठाकुरपुकुर में इस तरह की घटना सामने आई थी। अतरिक्त पुलिस आयुक्त जावेद शमीम ने बताया कि इस मामले में विभिन्न थाना इलाके से अब तक १८ जने को गिरफ्तार किया गया है। गत शनिवार को कोलकाता पुलिस के नए सीपी अनुज शर्मा ने वरीय अधिकारियों की मौजूदगी में डिवीजनल डीसी व थाना प्रभारियों के साथ बैठक की थी।
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करना व अफवाहों पर हो रही हिंसा को रोकने के लिए प्रचार-प्रसार कर लोगों को जागरूक करना था। सीपी ने विभिन्न थानों के ओसी व अतिरिक्त ओसी को अपने क्षेत्र के लोगों से जन सम्पर्क बढ़ाने को कहा है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि रात के समय थाने में ओसी या अतिरिक्त ओसी में से किसी एक का रहना अनिवार्य है। सीपी ने घटना की जांच के लिए थाना के ओसी को घटना स्थल पर जाकर निरिक्षण करने का निर्देश दिया है।
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