धमकी देने के तौर-तरीके से संदेह गहराया
देवराज के मुताबिक फोन पर १५ लाख रुपए फिरौती मांगने वाला युवक जिस तरीके से उन्हें धमकी दे रहा था, उससे जाहिर होता है कि वह निश्चित तौर पर किसी बड़े गिरोह से जुड़ा है। आरोपी मनीष चौरसीया के बड़े भाई हृदय चौरसीया ने छोटे भाई के इस करतूत को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उसका कहना है कि वह और मनीष मिलकर गांव में मोबाइल फोन की दुकान चलाते हैं। मनीष ऐसा करेगा, यह उसने कभी नहीं सोचा था। भाई के इस करतूत से उसके परिवार की सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल हो गई है।
देवराज के मुताबिक फोन पर १५ लाख रुपए फिरौती मांगने वाला युवक जिस तरीके से उन्हें धमकी दे रहा था, उससे जाहिर होता है कि वह निश्चित तौर पर किसी बड़े गिरोह से जुड़ा है। आरोपी मनीष चौरसीया के बड़े भाई हृदय चौरसीया ने छोटे भाई के इस करतूत को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उसका कहना है कि वह और मनीष मिलकर गांव में मोबाइल फोन की दुकान चलाते हैं। मनीष ऐसा करेगा, यह उसने कभी नहीं सोचा था। भाई के इस करतूत से उसके परिवार की सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल हो गई है।
***** को रुपए से भरा बैग के साथ देखा
देवराज के मुताबिक वे और उनके छोटे भाई पैसे देने के लिए झाझा गए थे। अपहर्ताओं ने उन्होंने झाझा स्टेशन के पास कारशेड में रुपए लेकर आने को कहा था। कारशेड में रुपए से भारा बैग रख कर वे और उसके भाई झाझा स्टेशन की ओर जाने लगे। इस दौरान वे एक चाय की दुकान पर रुक गए। तभी वहां उसका छोटा ***** और उसके साथ एक अपरिचित युवक नजर आए। उसके ***** के कंधे पर ही रुपए वाला बैग था। यह देख मामले को समझने में देर नहीं लगी। उन लोगों ने ***** और उसके दोस्त को वहीं पकड़ लिया और अपनी मदद के लिए स्थानीय लोगों को बुलाया। तब उनके साथ पुलिस नहीं थी। बाद में पुलिसवाले आकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिए।
देवराज के मुताबिक वे और उनके छोटे भाई पैसे देने के लिए झाझा गए थे। अपहर्ताओं ने उन्होंने झाझा स्टेशन के पास कारशेड में रुपए लेकर आने को कहा था। कारशेड में रुपए से भारा बैग रख कर वे और उसके भाई झाझा स्टेशन की ओर जाने लगे। इस दौरान वे एक चाय की दुकान पर रुक गए। तभी वहां उसका छोटा ***** और उसके साथ एक अपरिचित युवक नजर आए। उसके ***** के कंधे पर ही रुपए वाला बैग था। यह देख मामले को समझने में देर नहीं लगी। उन लोगों ने ***** और उसके दोस्त को वहीं पकड़ लिया और अपनी मदद के लिए स्थानीय लोगों को बुलाया। तब उनके साथ पुलिस नहीं थी। बाद में पुलिसवाले आकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिए।