बैसाखी बंद्योपाध्याय ने इस संबंध में पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि भाईदूज के दिन जब शोभन चटर्जी माथे पर तिलक लगवाने ममता बनर्जी के घर गए थे, तो ममता बनर्जी ने उनसे पूछा था कि वे मॉर्निंग वॉक पर क्यों नहीं जाते हैं। इसके जवाब में उन्होंने कहा था कि सुरक्षा के भय से वे मॉर्निंग वॉक नहीं कर पा रहे हैं। कई बार उन्होंने सुरक्षा के बारे में भाजपा नेताओं से बातचीत की थी, लेकिन अभी तक उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई। इसलिए ममता बनर्जी ने उन्हें सुरक्षा प्रदान की है।
कोलकाता के पूर्व मेयर व मंत्री शोभन चटर्जी जब तृणमूल कांग्रेस में थे तब उन्हें राज्य सरकार की ओर से वाई प्लस सुरक्षा प्रदान की गई थी। पिछले साल के अंत में शोभन चटर्जी के भाजपा नेताओं से नजदीकियां बढऩे के बाद राज्य सरकार ने उनकी सुरक्षा छीन ली थी।
इस साल लोकसभा चुनाव के बाद शोभन चटर्जी महिला मित्रा बैसाखी बंद्योपाध्याय के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे। लेकिन, कुछ दिन बाद ही दोनों के भाजपा नेताओं से रिश्ते बिगडऩे लगे। उसके बाद से ही शोभन चटर्जी की तृणमूल कांग्रेस में वापसी की अटकलें लगाई जा रही थी। भाईदूज के दिन जब शोभन चटर्जी बैसाखी बंद्योपाध्याय के साथ ममता बनर्जी के घर पहुंचे, तो उक्त अटकलें तेज हो गई थी। अब शोभन चटर्जी और बैसाखी के तृणमूल में वापसी लगभग तय मानी जा रही है।