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West Bengal assembly: विधानसभा में इस विधायक को इसलिए मांगनी पड़ी माफी

locationकोलकाताPublished: Jun 29, 2019 03:41:59 pm

Submitted by:

Rabindra Rai

West Bengal assembly की एक घटना इन दिनों सुर्खियों में है। एक MLA की बात Assembly speaker को इतनी नागवार गुजरी कि वे नाराज हो गए। उन्होंने यहां तक कह डाला कि आप विधानसभा में हैं, इसका ख्याल रखिए, तुच्छ बातें मत करिए, यह आपके इलाके का कोई क्लब नहीं है।

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West Bengal assembly: विधानसभा में इस विधायक को इसलिए मांगनी पड़ी माफी

कोलकाता. पश्चिम बंगाल विधानसभा की एक घटना इन दिनों सुर्खियों में है। एक विधायक की बात विधानसभा स्पीकर को इतनी नागवार गुजरी कि वे नाराज हो गए। उन्होंने यहां तक कह डाला कि आप विधानसभा में हैं, इसका ख्याल रखिए, तुच्छ बातें मत करिए, यह आपके इलाके का कोई क्लब नहीं है। सत्ता पक्ष ने स्पीकर की बातों का मेज थपथपाकर समर्थन किया। अमर्यादित आचरण करने के आरोपी वाममोर्चा के घटक दल फॉरवर्ड ब्लॉक के विधायक इमरान रम्ज हैं। उन्हें आखिरकार स्पीकर विमान बनर्जी से माफी मांगनी पड़ी। विधायक के माफी मांगने के बाद ही स्पीकर ने उनको सदन में बोलने दिया।
मामला यह है कि विधानसभा में कुछ देर के लिए पीठासीन स्पीकर सुकुमार हांसदा सदन की कार्यवाही का संचालन कर रहे थे। उन्होंने ग्वालपोखर के विधायक इमरान को अपना पक्ष रखने के लिए नाम पुकारा। इमरान बोलने के लिए उठे ही थे कि स्पीकर विमान बनर्जी आ गए। उन्हें देखते ही इमरान ने कहा कि मैं जैसे ही बोलने के लिए खड़ा हुआ, आप चले आए। उनका बोलने का तरीका व्यंग्यपूर्ण था, जिससे स्पीकर नाराज हो गए।
स्पीकर बनर्जी ने कहा कि आप विधानसभा में हैं इस बात का ख्याल रखिए तुच्छ बातें मत करिए। यह आपके इलाके का क्लब नहीं है। उनके इस रुख को देखकर इमरान सकते में पड़ गए। इधर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के विधायकों ने मेजें थपथपाकर स्पीकर की चेतावनी का समर्थन किया। स्पीकर ने दोबारा रम्ज से पूछा कि आप सदन में इस तरह से बात कैसे कर सकते हैं? आपने सदन में ऐसी बात क्यों कहीं? अध्यक्ष ने कहा कि आपको आज बोलने नहीं दिया जाएगा। हालांकि इसके तुरंत बाद स्पीकर ने कहा कि आप माफी मांगिए उसके बाद ही आप बोल सकेंगे। इसके तुरंत बाद इमरान रम्ज ने बिना शर्त माफी मांग ली।
अल्पसंख्यकों का शोषण कर रही राज्य सरकार
माफी मांगने के बाद इमरान ने कहा कि राज्य सरकार अल्पसंख्यकों का तुष्टीकरण नहीं बल्कि उनका शोषण कर रही है। राज्य में अल्पसंख्यक आर्थिक निगम के अध्यक्ष रहने के दौरान तृणमूल सांसद सुल्तान अहमद ने नियम बना दिया कि प्राथमिक शिक्षकों के बच्चों को विदेश में पढ़ाई के लिए ऋण नहीं दिया जाएगा। अब बताइए कि एक प्राथमिक शिक्षक का वेतन महीने में करीब 17 हजार रुपये होता है। उसके जरिए वे अपने बच्चों को विदेश में कैसे पढ़ा सकेंगे?
इमरान पूर्व विधायक रमजान अली के बेटे हैं। उत्तर दिनाजपुर के ग्वालपोखर से चार बार विधायक रहे रमजान अली की 1998 में कोलकाता के एमएलए हॉस्टल में हत्या हो गई थी। उसके बाद उनके बेटे इमरान रम्ज उर्फ विक्टर ने 2011 में जीत दर्ज की थी। तब वह विधानसभा के सबसे कनिष्ठ विधायक थे।
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