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सीएबी को स्वीकार करने वाली यह होंगी अंतिम इंसान

locationकोलकाताPublished: Dec 06, 2019 04:25:00 pm

Submitted by:

Rabindra Rai

इस प्रदेश की सीएम ने अब इस मुद्दे पर मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने इस मुद्दे पर यहां तक कह दिया है कि मैं इसे अपने राज्य में लागू नहीं करने दूंगी, इसके लिए अगर मेरी जान भी चली जाए तो कोई बात नहीं। उन्होंने नागरिकता संशोधन बिल (सीएबी) का विरोध तेज कर दिया है। नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) का वह शुरू से विरोध कर रही हैं।

सीएबी को स्वीकार करने वाली यह होंगी अंतिम इंसान

सीएबी को स्वीकार करने वाली यह होंगी अंतिम इंसान

कोलकाता. इस प्रदेश की सीएम ने अब इस मुद्दे पर मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने इस मुद्दे पर यहां तक कह दिया है कि मैं इसे अपने राज्य में लागू नहीं करने दूंगी, इसके लिए अगर मेरी जान भी चली जाए तो कोई बात नहीं। उन्होंने नागरिकता संशोधन बिल (सीएबी) का विरोध तेज कर दिया है। नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) का वह शुरू से विरोध कर रही हैं। उन्होंने सीएबी और एनआरसी को एक ही सिक्के के दो पहलू करार दिया है। दीदी के रूप में मशहूर ममता ने साफ शब्दों में कर दिया है कि मैं बंगाल में सीएबी को लागू नहीं करने दूंगी, इसके लिए अगर मेरी जान चली जाए तो मुझे कोई परवाह नहीं है, मैं सीएबी को स्वीकार करने वाली अंतिम इंसान रहूंगी। मैं अन्य राजनीतिक दलों से सीएबी का समर्थन नहीं करने की अपील करती हूं।

जारी है विरोध
लोकसभा में पेश होने से पहले नागरिकता संशोधन बिल (सीएबी) का विरोध जारी है। मुख्यमंत्री ममता ने अन्य राजनीतिक दलों से सिटीजन बिल का समर्थन नहीं करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) और सिटीजन संशोधन बिल (सीएबी) एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। हम बंगाल में सिटीजन बिल लागू नहीं होने देंगे और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस अंत तक इसका विरोध करेगी।

ऐसे करते हैं तो स्वीकार
ममता बनर्जी ने कहा कि आर्थिक मंदी से लोगों का ध्यान हटाने के लिए मोदी सरकार की ओर से एनआरसी और सिटीजन बिल लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि आप सभी समुदायों को नागरिकता देते हैं, तो हम इसे स्वीकार करेंगे, लेकिन अगर आप धर्म के आधार पर भेदभाव करते हैं, तो हम इसका विरोध करेंगे और इस मसले का आखिरी सांस तक मुकाबला करेंगे।

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