– भाजपा समर्थक किराएदार को निकालने का दबाव – धमकी भरा पत्र दिया
– पुलिस से मांगी सुरक्षा हावड़ा
भाजपा समर्थक किराएदार को एक महीने में नहीं हटाया, तो तुम्हारे बेटे की हत्या कर देंगे। इस तरह की धमकी भरा पत्र सेना के पूर्व अधिकारी विश्वजीत दे को शनिवार को मिला है। पत्र के साथ ही उनको भयभीत करने के लिए घर के नीचे खड़ी दुपहिया को भी फूंक दिया गया। घटना आचार्य जगदीश चन्द्र बॉटनिकल गार्डन थानान्तर्गत दानेश शेख लेन के सरकारी आवास की है। पीडि़त अधिकारी ने मामले की शिकायत कर परिवार की सुरक्षा की मांग की है। पुलिस मामले की छान बीन कर रही है। उसने दावा किया कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
– पुलिस से मांगी सुरक्षा हावड़ा
भाजपा समर्थक किराएदार को एक महीने में नहीं हटाया, तो तुम्हारे बेटे की हत्या कर देंगे। इस तरह की धमकी भरा पत्र सेना के पूर्व अधिकारी विश्वजीत दे को शनिवार को मिला है। पत्र के साथ ही उनको भयभीत करने के लिए घर के नीचे खड़ी दुपहिया को भी फूंक दिया गया। घटना आचार्य जगदीश चन्द्र बॉटनिकल गार्डन थानान्तर्गत दानेश शेख लेन के सरकारी आवास की है। पीडि़त अधिकारी ने मामले की शिकायत कर परिवार की सुरक्षा की मांग की है। पुलिस मामले की छान बीन कर रही है। उसने दावा किया कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बताया जाता है कि पीडि़त ने एक भाजपा समर्थक को अपना फ्लैट किराए पर दिया है। पीडि़त की पत्नी शंकरी दे हावड़ा सदर अस्पताल में कार्यरत है। पीडि़त को मिले पत्र में भाजपा समर्थक को घर से एक महीने के भीतर नहीं निकालने पर बेटे की हत्या की धमकी दी गई है।
तृणमूल ने किया इंकार
तृणमूल ने किया इंकार
हावड़ा जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष अरूप राय ने कहा कि किसी ने पार्टी को बदनाम करने के लिए पत्र लिखा है। पुलिस से पूरे मामले की जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है। उन्होंने पीडि़त से मुलाकात कर हर संभव मदद का अश्वासन दिया है।
आरोपी को गिरफ्तार करे पुलिस
आरोपी को गिरफ्तार करे पुलिस
भाजपा जिलाअध्यक्ष सुरजीत साहा ने कहा कि भाजपा समर्थक होना अपराध नहीं है। धमकी भरा पत्र देने वालों को गिरफ्तार करना चाहिए। आवासन के लोगों के होने की आशंका
पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस का कहना है कि पत्र में पीडि़त के उर्फ नाम का व्यवहार किया गया है। घटना में आवासन के किसी व्यक्ति के हाथ होने की आशंका है।
पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस का कहना है कि पत्र में पीडि़त के उर्फ नाम का व्यवहार किया गया है। घटना में आवासन के किसी व्यक्ति के हाथ होने की आशंका है।