तृणमूल महासचिव ने कहा कि भाजपा उक तरफ हिंसा फैला रही है और दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट जाकर मुकदमा दायर कर रही है। ऐसा कर भाजपा प्रदेश नेतृत्व राज्य निर्वाचन को दबाव में रखना चाह रहा है। भाजपा के प्रत्याशी नामांकन जमा दे रहे हैं, और मीडिया में आकर बोल रहे है कि नामांकन से रोका जा रहा है। पार्थ ने दावा किया कि तृणमूल के प्रत्याशियों के मुकाबले भाजपा के प्रत्याशियों के ज्यादा नामांकन जमा हुए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि नामांकन को लेकर गड़बड़ी वाले इलाके में कड़ी कार्रवाई करने का अनुरोध राज्य निर्वाचन आयोग से किया है।
निर्विघ्न चुनाव कराना प्राथमिकता-
निर्विघ्न चुनाव कराना प्राथमिकता-
डॉ. चटर्जी ने कहा कि शांतिपूर्वक व निर्विघ्न पंचायत चुनाव सम्पन्न कराना राज्य प्रशासन की प्राथमिकता है। प्रशासन दक्षता और सहिष्णुता के साथ काम कर रहा है। जिलों में तृणमूल कांग्रेस की ओर से हमले किए जाने के आरोपों को निराधार बताते हुए तृणमूल कांग्रेस महासचिव ने कहा कि बांकुड़ा में भाजपा के हमले में गंभीर रूप से घायल तृणमूल समर्थक मौत से जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा राज्य में साम्प्रदायिक कार्ड खेलना चाह रही है। पंचायत चुनाव में ग्रामीण जनता इसका माकूल जवाब देगी। चुनाव में रक्तपात और मृत्यु दुखद घटना है। लोकतंत्र में इसकी उम्मीद नहीं की जा सकती।