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West Bengal -तृणमूल के सदस्यों ने ही अपने महिला पंचायत प्रधान को कार्यालय में घुसने से रोका

locationकोलकाताPublished: Aug 08, 2022 10:42:12 pm

Submitted by:

Krishna Das Parth

पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में सोमवार को चौकाने वाली एक घटना घटी। तृणमूल के सदस्यों ने ही अपने पंचायत प्रधान को कार्यालय में नहीं घुसने दिया। कार्यालय में ताला लगा दिया। आरोप लगाया कि पंचायत प्रधान भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और विपक्ष के पार्षदों के साथ मिलकर काम करते हैं।

West Bengal -तृणमूल के सदस्यों ने ही अपने महिला पंचायत प्रधान को कार्यालय में घुसने से रोका

West Bengal -तृणमूल के सदस्यों ने ही अपने महिला पंचायत प्रधान को कार्यालय में घुसने से रोका

कार्यालय पर लगाया ताला
-भ्रष्टाचार का लगाया आरोप
-स्थिति बिगडऩे पर पुलिस मौके पर पहुंची

कोलकाता .
पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में सोमवार को चौकाने वाली एक घटना घटी। तृणमूल के सदस्यों ने ही अपने पंचायत प्रधान को कार्यालय में नहीं घुसने दिया। कार्यालय में ताला लगा दिया। आरोप लगाया कि पंचायत प्रधान भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और विपक्ष के पार्षदों के साथ मिलकर काम करते हैं। स्थिति बिगड़ते देख पुलिस मौके पर पहुंची। बातचीत के माध्यम से माहौल को शांत किया गया, लेकिन विरोध करने वाले पार्षद अभी भी अपनी जगह पर अड़े हैं।
सूत्रों के मुताबिक, यह घटना डोमजूर के कोलड़ा एक नंबर ग्राम पंचायत की है। सोमवार को पंचायत के अन्य सदस्यों ने पंचायत प्रधान को कार्यालय में घुसने नहीं दिया। इस घटना की खबर मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। तृणमूल कांग्रेस के पंचायत सदस्यों ने पुलिस से प्रधान को गिरफ्तार करने की मांग की और प्रदर्शन किया।
सदस्यों से किसी मुद्दे पर चर्चा नहीं करने का आरोप

डोमजूर के कोलड़ा एक नंबर पंचायत के सदस्यों की कुल संख्या 12 है। इनमें से 9 तृणमूल के हैं। 2 बीजेपी के हैं और 1 निर्दल पार्षद है। तृणमूल के पंचायत सदस्यों का आरोप है कि प्रधान नीलूफा मल्लिक तृणमूल सदस्यों से पंचायत के कामकाज पर चर्चा नहीं करती हैं। वह भाजपा और निर्दलीय सदस्यों के साथ मिलकर पंचायत चलाती हैं। इतना ही नहीं। निलुफा मल्लिक पर अम्फान के बाद लाखों रुपये के गबन का आरोप है। कब्रिस्तान, सडक़ों का निर्माण और सौ दिन के काम से बहुत रुपए गायब करने का आरोप है। यह आरोप उनकी पार्टी के सदस्य ही लगा रहे हैं। बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के विरोध में तृणमूल के पांच सदस्यों और उनके समर्थकों ने सोमवार को पंचायत कार्यालय में ताला जड़ दिया।
पंचायत प्रधान के पति हर काम में देते हैं दखल

पंचायत सदस्यों ने आरोप लगाया कि निलुफा का पति रोजाना पंचायत कार्यालय आता है। इतना ही नहीं। आरोप यह भी है कि वह पंचायत के हर काम में दखल देता है। हाल ही में पंचायत कार्यालय से एक लैपटॉप चोरी हो गया था। तृणमूल सदस्यों का दावा है कि इस चोरी के पीछे पंचायत प्रमुख का हाथ हो सकता है। सोमवार को जब निलुफा पंचायत कार्यालय में प्रवेश करने गई, तो उनकी पार्टी के सदस्यों ने उन्हें रोक लिया। चारों ओर से नारेबाजी करने लगे।
ताला लगाने पर बाहर ही खड़ी रहीं पंचायत प्रधान

पंचायत कार्यालय बंद होने के कारण वह बाहर इंतजार करते दिखीं। मामला गरमाने लगा तो पुलिस मौके पर पहुंच गई। इस मामले में जब नीलूफा से सवाल किया गया तो उन्होंने सभी आरोपों से इनकार किया है। उनका कहना है कि तृणमूल पंचायत के सदस्य झूठ बोल रहे हैं। वे झूठे आरोप लगा रहे हैं। निलुफा का कहना है कि उनका किसी भ्रष्टाचार से कोई लेना-देना नहीं है। सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों पर भ्रष्टाचार के आरोप नए नहीं हैं।
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